दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत इन राज्यों में निकला ये, जानकर काप उठे लोग

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में दो विश्वविद्यालयों में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन (कोलकाता), इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च (कोलकाता), नवभारत शिक्षा परिषद (राउरकेला) और नॉर्थ ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी को फर्जी करार दिया गया है। इसी समय, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और महाराष्ट्र में एक-एक फर्जी विश्वविद्यालय हैं।

 

इनमें श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (पुदुचेरी), क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी (आंध्र प्रदेश), राजा अरबी यूनिवर्सिटी (नागपुर), सेंट जोंस यूनिवर्सिटी (केरल) और बडगानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी (कर्नाटक) शामिल हैं।

इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में कई फर्जी विश्वविद्यालय भी चल रहे हैं। इनमें वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय (वाराणसी), महिला ग्राम विद्यापीठ (इलाहाबाद), गांधी हिंदी विद्यापीठ (इलाहाबाद), नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्पलेक्स होम्योपैथी (कानपुर), नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी (अलीगढ़), उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय (मथुरा) शामिल हैं। महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय (प्रतापगढ़) और इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद (नोएडा)।

यूजीसी द्वारा जारी सूची के अनुसार, दिल्ली में सात फर्जी विश्वविद्यालय हैं। इनमें कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग, विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ एम्प्लॉयमेंट और स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी शामिल हैं।

दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में नकली विश्वविद्यालयों का खुलासा हुआ है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने बुधवार को इन फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची जारी की है।

जिसमें 24 गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों को फर्जी बताया गया है। इनमें से अधिकांश संस्थान उत्तर प्रदेश और दिल्ली में चल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने छात्रों और लोगों को सूचित किया है कि ये सभी विश्वविद्यालय यूजीसी अधिनियम के विपरीत चल रहे हैं। उन्हें कोई भी डिग्री देने का अधिकार नहीं है।