दिल्ली हिंसा: सामने आया ये बड़ा सच, इतने लोग मिले यहाँ…

नागरिकता संशोधन क़ानून के समर्थक और विरोधियों के बीच उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सोमवार को हुई हिंसा और आगज़नी में अब तक एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम सात लोग मारे गए हैं.

 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ अब तक की हुई हिंसा में 48 पुलिसकर्मी घायल हैं और तक़रीबन 90 आम नागरिक घायल हैं.खजूरी ख़ास इलाक़े में जमा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़.

जमा भीड़ ने पुलिस, पत्रकारों पर पत्थर से हमला किया. जमा लोगों ने पत्रकारों को वहां हो रही हिंसा की तस्वीरें कैमरे में क़ैद करने से भी रोका.

गृह मंत्रालय की बैठक में जाने से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दावा किया कि हिंसा वाले इलाक़ों में पुलिस का संख्याबल कम है और पुलिस के पास एक्शन लेने की पॉवर नहीं है, उन्हें लाठी चार्ज करने या हवाई फ़ायर करने के लिए ऊपर से आदेश नहीं मिल रहे हैं.

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को दिल्ली में हैं जहां शहर के एक ख़ास हिस्से में सुरक्षा के तगड़े इंतज़ाम किए गए हैं. उसी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्से में तनाव की स्थिति बनी हुई है जहां एक दिन पहले हिंसा और आगज़नी हुई.

दिल्ली में हुई हिंसा पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दोपहर 12 बजे एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ-साथ दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी बैठक में शामिल हैं.