दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार शीतलहर ने 22 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया और अभी कुछ दिन राहत मिलने की संभावना भी नहीं है। बृहस्पतिवार को भी इसमें कोई कमी आने के आसार नहीं हैं। रेवाड़ी में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। यहां पर धूप नहीं निकली है। वहीं दिल्ली में आज का न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह सामान्य से दो डिग्री कम है।
फरीदाबाद में भी शीत लहर का प्रकोप जारी है। सुबह 8.30 बजे तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहा। दिन का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार दिल्ली में शीतलहर 14 दिसंबर से शुरू हुई थी, तब से लगातार इसका कहर जारी है। इससे पहले दिसंबर 1997 में ही इतनी लंबी शीतलहर चली थी। तब पूरे महीने के दौरान 17 दिन शीतलहर का प्रकोप था। हालांकि, ये लगातार नहीं थे, जबकि इस बार लगातार नौ दिन से हाड़ कंपाने वाली शीतलहर चल रही है।
जनवरी के पहले सप्ताह में हो सकती है बारिश
उत्तर पश्चिमी हवा लगातार दिल्ली-एनसीआर में पहुंच रही है। इसी वजह से पूरे उत्तर भारत में इस समय शीतलहर का प्रकोप है। प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र, दिल्ली के प्रभारी कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार, 29 दिसंबर तक तापमान ऐसा ही बना रहेगा। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री पर पहुंच सकता है। 30 दिसंबर से मौसम कुछ बदलेगा। दो और तीन जनवरी को बूंदाबांदी की संभावना है।
गुरुग्राम में ठंड से तीन लोगों की मौत
गुरुग्राम में पिछले कई दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने तीन लोगों की जान ले ली है। तीनों के शव शहर के अलग स्थानों से मिले। तीनों की पहचान नहीं हो सकी है। एक व्यक्ति की मौत सोमवार शाम हुई थी जबकि दो लोगों की मौत मंगलवार रात हुई। सभी खुले में सो रहे थे। रात में ठंड लगने से उनकी मौत हो गई। बुधवार को तीनों शवों का पोस्टमार्टम करने वाले फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. दीपक माथुर ने बताया कि तीनों की मौत ठंड लगने से हुई।
ज्यादा सर्दी होने कारण और खुले में सोने के कारण हार्ट फेल हो गया। डॉक्टर ने कहा कि अभी कड़ाके की सर्दी का कहर जारी रहेगा और खुले में सोने वालों को जान का खतरा रहेगा। पुलिस ने तीनों शव पोस्टमार्टम कराने के बाद पहचान के लिए पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिए हैं।
रैन बसेरे में शरण ले रहे लोग
दिल्ली में ठंड के कारण लोग रैन बसेरों में शरण ले रहे हैं। सफदरजंग हवाई अड्डे के फ्लाईओवर के पास बने एक रैन बसेरे में बड़ी संख्या में लोग रात बिताते देखे गए।