Madhya Pradesh May 18 (ANI): Heavy rain due to cyclone Tauktae leads to water logging at Bhopal road, in Jabalpur, Tuesday. (ANI Photo)

चक्रवात यास ने लिया खतरनाक रूप, उछाल भरने लगा समुद्र, 12 लाख लोगों को पहुंचाया गया यहाँ…

आपदा को देखते हुए कई राज्यों में हाईअलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने ओडिशा पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के अलावा झारखंड, बिहार, असम, मेघालय, सिक्किम सहित दर्जनभर राज्यों को हाईअलर्ट जारी किया है।

कोलकाता में सेना के 9 बचाव दल मुस्तैद हैं। इसके अलावा 17 टीमें पुरुलिया, झारग्राम, बीरभूम, बर्धमान, पश्चिम मिदनापुर, हावड़ा, हुगली, नादिया और 24 परगना उत्तर और दक्षिण में लगाई गई हैं। ओडिशा के 6 जिले बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं।

आज दोपहर तक 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाओं के साथ लैंडफॉल होने की उम्मीद है। तूफान को देखते हुए भुवनेश्वर का बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट और झारसुगुड़ा एयरपोर्ट गुरुवार सुबह 5 बजे तक बंद कर दिया गया है।

दुर्गापुर और राउरकेला एयरपोर्ट से भी आज कोई उड़ान नहीं होगी। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शाम तक उड़ानें कैंसल रहेंगी। रेलवे ने ओडिशा-बंगाल की सभी ट्रेनें कैंसल कर दी हैं।

तूफान के कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के शंकरपुर-दिघा बीच पर समुद्र का जलस्तर बढ़ गया है। पश्चिम बंगाल में साइक्लोन के लैंडफॉल से पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में समुद्र से ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगीं और भारी बारिश होने लगी है। भारतीय मौसम विभाग ने डीजी एम. मोहपात्रा के मुताबिक, यास गंभीर तूफान में बदल चुका है।

बंगाल के दीघा और मंदार्मानी में होटलों और दुकानों में समुद्र का पानी भरने की खबर है। समुद्र से 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठने लगी हैं। कोलकाता से लेकर हावड़ा और हुगली तक तूफान का असर दिखाई दे रहा है। 120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने लगी हैं।

भद्रक ज़िले के धामरा में तेज हवाएं और बारिश की वजह से समुद्र का पानी बढ़ा। पानी बढ़ने की वजह से रिहायशी इलाकों में पानी घुसा। मौसम विभाग के अनुसार, CycloneYaas की लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। इसे पूरा होने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, कुछ देर बाद तूफान ओडिशा-बंगाल के तट के पास टकरा सकता है। तब 130-140 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। सुबह 9 बजे से लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। यह करीब 6 घंटे चलेगी।

तूफान के चलते ओडिशा के चांदीपुर और अब्दुल कलाम आइलैंड पर DRDO की मिसाइल लॉन्चिंग साइट को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है। बता दें कि यहां से लंबी दूरी की मिसाइल्स लॉन्च होती हैं।

तूफान तौकते के जाने के बाद अब ‘यास’ को लेकर खतरा बना हुआ है। चक्रवात ने खतरनाक रूप ले लिया है।180 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। यास के खतरे को लेकर कई राज्य हाईअलर्ट पर हैं।

बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में यास की तबाही दिखाई दे सकती है। अंडमान के उत्तरी भाग और पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी में बना यह बवंडर उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा। यहां से करीब 12 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।