राजस्थान में कोरोना टीकाकरण का काम रुका, वजह जानकर छूटे लोगो के पसीने

मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अपील की कि वे केन्द्र सरकार के अधिकारियों को राज्य के लिए आवश्यकतानुसार टीके जल्द उपलब्ध करवाने और इस विषय पर राजस्थान के बारे में गलत जानकारी ना देने के लिए निर्देश दें।

गौरतलब है की इससे पहले दिन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राजस्थान में टीके की कमी संबंधी खबरों को खारिज करते हुए कहा था कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में टीके की उपलब्धता की लगातार निगरानी की जा रही है और आवश्यकता तथा उपयोग के आधार पर खुराकें मुहैया करायी जा रही हैं।

मंत्रालय ने कहा, ‘ऐसी कुछ खबरें आयी हैं कि राजस्थान में कोविड-19 टीके की आपूर्ति घट गयी है।” मंत्रालय ने कहा, ”तथ्य यह है कि फिलहाल किसी भी राज्य में कोविड-19 टीके की कमी नहीं है। राजस्थान को 37.61 लाख खुराकों की आपूर्ति की गयी है और सोमवार रात तक केवल 24.28 लाख खुराकें लोगों को दी गयी हैं।’

साथ ही गहलोत ने बताया कि राज्य में प्रतिदिन दो लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। ऐसे में आठ मार्च को सिर्फ दो दिन का टीकाकरण के लिए ही टीके उपलब्ध थे इसलिए राज्य सरकार ने केन्द्र से अतिरिक्त टीके भेजने की मांग की।

इसके बाद राज्य को 9 मार्च को 85 हजार टीके मिले। तीसरे चरण में देश का लगभग 22 फीसदी टीकाकरण राजस्थान में ही किया जा रहा है। यहां पर सरकार और आमजन दोनों ही वैक्सीन को लेकर उत्साहित हैं।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सूचना में राजस्थान को 37.61 लाख टीके मिलने एव सोमवार तक 24.28 लाख टीके ही लगाए जाने के आंकड़े को पूरी तरह गलत बताते हुए गहलोत ने एक बयान में कहा कि राजस्थान को 8 मार्च तक 31 लाख 45340 वैक्सीन ही मिले जिसमें से भी दो लाख 15180 टीके सेना को उपलब्ध करवाये गये।

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्राथमिकता क्रम के मुताबिक अन्य लोगों को लगाने के लिए 29 लाख 30160 टीके उपलब्ध हुए और 8 मार्च तक 23 लाख 26975 टीके लगाए जा चुके हैं।

राज्य में एक लाख 62888 टीके खराब हुए जो केन्द्र सरकार द्वारा अनुमत सीमा 10 फीसदी से कम है। इस तरह राज्य में आठ मार्च को 4 लाख 40 297 टीके ही उपलब्ध थे।

गहलोत ने कहा कि टीकाकरण में राजस्थान अब तक देश में सबसे आगे रहने वाला राज्य है, यहां वैक्सीन की उपलब्धता में कमी से न सिर्फ टीकाकरण अभियान की गति पर विपरीत असर डे़गा बल्कि राज्य के नागरिकों और कोरोना योद्धाओं का उत्साह भी कमजोर होगा।

राजस्थान में कोरोना वायरस टीकाकरण के लिए पर्याप्त मात्रा में टीके नहीं मिलने की वजह से प्राथमिक एवं साामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहली खुराक लगाने का काम मंगलवार को रोक देना पड़ा।

इसके बाद टीकों की आपूर्ति को लेकर राज्य सरकार एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आमने-सामने आ गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रालय के आंकड़ों को गलत बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से अपील की है कि राज्य को पर्याप्त मात्रा में टीके जल्द से जल्द मुहैया कराई जाए।

गहलोत ने कहा है कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से पर्याप्त मात्रा में टीके नहीं मिलने के कारण मंगलवार से राज्य में प्राथमिक पीएचसी एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सीएचसी के स्तर पर चल रहे केंद्रों पर टीकाकरण की पहली खुराक देने का कार्य बंद करना पड़ा है।