रात के समय चीन की तरफ से आ रहा ये, महीनों से कराया जा रहा…

इतनी लंबी सड़क रातोरात तो बनी नहीं होगी. इसका निर्माण कई महीनों से कराया जा रहा होगा. ग्राम प्रधान ने इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए.

 

कुन्नू चारंग गांव चीन सीमा के करीब है. यहां तक पहुंचने के लिए अच्छी सड़क भी नहीं है. ग्रामीणों के पास मोबाइल फोन तो हैं, लेकिन कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण कहीं बात करनी हो तो लोगों को 14 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है.

एसपी ने कहा कि ग्रामीणों ने इस संबंध में जानकारी दी थी. भारतीय सीमा क्षेत्र में ऐसा कुछ नहीं हो रहा. घबराने की जरूरत नहीं है. वहीं, कुन्नू चारंग गांव के प्रधान ने कहा कि कुछ ग्रामीण खेमकुल्ला पास गए थे और रेकी कर आने के बाद सीमा पार सड़क निर्माण की जानकारी दी.

वहीं, किन्नौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) साजू राम राणा ने सीमावर्ती गांवों में ड्रोन आने की पुष्टि की. सड़क निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि इतनी लंबी सड़क कम समय में नहीं बन सकती.

मोरंग घाटी क्षेत्र के आखिरी गांव कुन्नू चारंग के ग्रामीणों का दावा है कि चीन रात के अंधेरे में तेज गति से खेमकुल्ला पास की ओर सड़क का निर्माण कर रहा है. चीन की तरफ से रात के समय ड्रोन भी आ रहे हैं. लोगों ने चीन की तरफ कराए जा रहे सड़क निर्माण के नो मेंस लैंड में होने की आशंका जताई है.

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले का कुन्नु चारंग अंतिम सीमावर्ती गांव है. कुन्नू चारंग के ग्रामीणों ने चीनी क्षेत्र में रेकी करने के बाद यह दावा किया है कि पिछले दो महीने में चीन ने सीमा के करीब 20 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण कर लिया है.

लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन के साथ हिंसक झड़प हुई थी. इसके बाद तनाव कम करने की कोशिशों के बीच अब चीन हिमाचल प्रदेश से लगती सीमा पर सड़क निर्माण कर रहा है.