सुरक्षा व्यवस्था को देखते मुख्यमंत्री के घर कालीघाट व दफ्तर 20बी हरीश चटर्जी स्ट्रीट में दो वॉच टावर लगाए जाने की बात को राज्य पुलिस ने फर्जी करार दिया है।अपने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी देते हुए राज्य पुलिस ने लिखा कि यह सब एक मिथ्या है जो कुछ तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है।
इससे पहले समाचार आई थी कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो सके, इसके लिए उनके सरकारी आवास कालीघाट व ऑफिस 20बी हरीश चटर्जी स्ट्रीट में दो वॉच टॉवर को लगाने की योजना बनाई जा रही है।
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, इन वॉच टॉवरों को लगाने का कार्य महज तीन महीने के अंदर पूरा किया जाएगा। इन वॉच टावर्स को लगाने के लिए राज्य गवर्नमेंट की ओर से टेंडर जारी किया गया है। इसे बनाने में 74 लाख रुपए खर्च होगा। सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री के आवास व ऑफिस की सुरक्षा के मद्देनजर इस कार्य को जल्द ही प्रारम्भ किया जाएगा, ताकि समय रहते इसको पूरा किया जा सके।
ममता को मिली हुई है जेड श्रेणी की सुरक्षा
बता दें कि वर्तमान में ममता बनर्जी को केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, लेकिन उनके घर के बाहर साधारण मेटल डिटेक्टर के अतिरिक्त कोई भी खास सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। ममता के आवास के बाहर अपर्याप्त सुरक्षा के लिए पहले ही गृहमंत्रालय असंतोष जाहिर कर चुका है।
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इस इलाके में रहते हैं सौ से ज्यादा परिवार
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिस इलाके में ममता बनर्जी का घर है, वहां पर सौ से ज्यादा परिवार रहते हैं। लोकल लोगों सहित CM से मिलने आने वालों की संख्या हजारों में गिनी जाती है।ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ममता के आवास को टीन की चादर के घेरना संभव नहीं है। ऐसी परिस्थितों में मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा बढ़ाने हेतु वॉच टॉवर लगाने का फैसलालिया है। वॉच टॉवर से 24 घंटे निगरानी की व्यवस्था होगी।