अमेरिका के खिलाफ चीन ने उठाया ये बड़ा कदम, भारी संख्या में भेजे बमवर्षक विमान, फिर अमेरिका ने…

जिससे बीजिंग पर यह आरोप लगा कि उसने चीन और उसके पड़ोसियों के बीच कलह पैदा करने का प्रयास किया। रिपोर्टों के अनुसार, पांच अन्य देश भी दक्षिण चीन सागर में अभ्यास करते हैं, जिसके माध्यम से सालाना लगभग 5 ट्रिलियन डॉलर का व्यापार होता है।

दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे ने अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के बीच एक विवाद पैदा कर दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिका ने इस महीने पहली बार चीन के दावों को एक सिरे से खारिज कर दिया.

उन्होंने कहा कि सभी परिस्थितियों में पायलट क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए अभ्यास किया गया। हालांकि इसमें यह नहीं बताया गया कि इस अभ्‍यास में जीवित बमों का उपयोग किया गया या नहीं।

रेन ने कहा कि H-6G और H-6K बमवर्षक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी एयर फोर्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले लड़ाकू विमानों के उन्नत संस्करण हैं।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन गुओकियांग ने कथित तौर पर कहा कि यह एक अभ्यास था, जिसमें रात के समय टेकऑफ़ और लैंडिंग की गई। इसमें लंबी दूरी के हमलों को भी लक्षित किया गया।

दक्षिण चीन सागर में अमेरिका और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। चीन ने 30 जुलाई को बढ़ते तनाव के बीच दक्षिण चीन सागर में लंबी दूरी के बमवर्षक विमान भेजे हैं।