भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इससे पहले शुक्रवार को कहा कि सीमा पर बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की तैनाती दोनों पूर्व में हुए समझौतों के बिल्कुल विपरीत है.
ऐसे में जब दो देशों के सैनिक तनाव वाले इलाकों में मौजूद रहते हैं तो वही होता है जो 15 जून को हुआ. जयशंकर ने कहा कि यह व्यवहार न सिर्फ बातचीत को प्रभावित करता है बल्कि 30 वर्ष के संबंधों को भी खराब करता है
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि सीमा पर बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की तैनाती दोनों पूर्व में हुए समझौतों के बिल्कुल विपरीत है. यह युद्धाभ्यास 4700 मीटर की ऊंचाई पर किया जा रहा है.
इस अभ्यास का ग्लोबल टाइम्स ने एक वीडियो भी जारी किया है. इस विडियो में नजर आ रहा है कि चीनी सेना अंधेरे में हमला बोलती है और ड्रोन विमानों की मदद से हमला बोलती है. इस वीडियो में चीनी सेना एक पूरे पहाड़ी इलाके को तबाह करती हुई नजर आ रही है.
चीन और भारत के बीच सीमा विवाद (China-India Border Dispute) खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People’s Libration Army) ने भारतीय सीमा के काफी करीब मिसाइलें दागीं.
रॉकेट लॉचर से लगातार गोले दागे जाने से लद्दाख (Laddakh) के पहाड़ कांप उठे. चीन के इस युद्धाभ्यास के पीछे भारत पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स का दावा है कि इस अभ्यास में 90 फीसदी नए हथियारों का इस्तेमाल किया गया है.