बौखलाए चीन ने इस देश को दी धमकी, बोला भुगतना पड़ेगा…

कोरोना वायरस आपके फेफड़ों को संक्रमित करता है. इसके दो मूल लक्षण होते हैं बुख़ार और सूखी खांसी. कई बार इसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में भी दिक्कत पेश आती है.

 

 

कोरोना के कारण होने वाली खांसी आम खांसी नहीं होती. इस कारण लगातार खांसी हो सकती है यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है और 24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं. लेकिन अगर आपको खांसी में बलग़म आता है तो ये चिंता की बात हो सकती है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने ने तो चीन को चेतावनी दे डाली कि कोरोना वायरस फैलाने का खामियाजा चीन को भुगतना पड़ेगा। अमेरिका की इस चेतावनी का ऑस्ट्रेलिया ने भी समर्थन कर दिया है।

ऑस्ट्रेलिया के समर्थन से चीन और भड़क गया। चीन ने ऑस्ट्रेलिया को बंदर घुड़की दे डाली कि यदि कोरोना वायरस की जांच की मांग की गयी तो समुद्री देशों को चीन से किया जाने वाला निर्यात बंद कर दिया जायेगा।

इतना ही नहीं चीन ने यह भी कहा कि वो इन देशों के टूरिज्म का भी बहिष्कार कर देगा।चीन पर कोरोना वायरस की जांच के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। एशिया, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका के साथ अब प्रशांत सागरीय देशों से भी कोरोना वायरस की जांच की मांग उठाए जाने से चीन बुरी तरह बौखला रहा है।

ध्यान रहे, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा था कि वो कोरोना वायरस की जांच की पारदर्शिता का समर्थन करते हैं। उन्होंने इसके साथ यह भी जोड़ दिया था कि विशेषज्ञों की निगाह में कोरोना वायरस का ऑरिजन सिटी वुहान ही है। इसलिए चीन को इस अतिसंवेदनशील मामले की पूरी पारदर्शिता से जांच करवानी चाहिए। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने चीन पर 27 खरब डॉलर के हरजाने की मांग की है।

ऑस्ट्रेलिया के समर्थन से चीन और भड़क गया। चीन ने ऑस्ट्रेलिया को बंदर घुड़की दे डाली कि यदि कोरोना वायरस की जांच की मांग की गयी तो समुद्री देशों को चीन से किया जाने वाला निर्यात बंद कर दिया जायेगा। इतना ही नहीं चीन ने यह भी कहा कि वो इन देशों के टूरिज्म का भी बहिष्कार कर देगा।

ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि वो कोरोना वायरस फैलाने वालों के खिलाफ उचित और अपरिहार्य कार्रवाई का समर्थन करता रहेगा। कोरोना वायरस से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था ठप हो गयी है।

दो लाख से ज्यादा लोग अकाल काल के गाल में जा चुके हैं। कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव दुनिया पर अतिदुष्कर हैं। ऑस्ट्रेलियन प्राईम मिनिस्टर स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि यह अतिसंवेदनशील और अभूतपूर्व प्रकरण है। इससे पूरा विश्व प्रभावित है। इसलिए इसकी पारदर्शी जांच अति आवश्यक है।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का यह बयान चुभ गया है। बदले में ऑस्ट्रेलिया में चीन के राजदूत चेंग जिंगये ने कहा कि चीन ऑस्ट्रेलियाई वाइन, मीट के अलावा अन्य उत्पाद और सेवाओं का बहिष्कार कर सकता है। चीन ने ऑस्ट्रेलिया को यह धमकी इसलिए भी दी है क्यों कि चीन ऑस्ट्रेलिया का मुख्य व्यापारिक साझीदार है। ऑस्ट्रेलिया के कुल व्यापार का 20 प्रतिशत सिर्फ चीन के साथ है।