बौखलाए चीन ने उठाया बड़ा कदम, अपनाया ये नया तरीका…

इस से पहले एक ट्वीट में पार्थ ने  कहा था कि JSW ग्रुप चीन से सालाना 40 करोड़ डॉलर का आयात करता है। अब इसे बंद करने का फैसला किया गया है।
हम चीन से सालाना 40 करोड़ डॉलर का शुद्ध आयात करते हैं. हम इसे अगले 24 महीने में शून्य पर लाने का संकल्प लेते हैं। कंपनी के एक अधिकारी ने अनुमान लगाया कि कंपनी के इस्पात और ऊर्जा व्यवसाय के लिये 70-80 प्रतिशत आयात होता है, जिसमें मशीनरी और रख रखाव के उपकरण शामिल हैं।
उन्होंने #BoycottChina के साथ कहा कि चीन के सौनिकों द्वारा हमारे जवानों पर अकारण किया गया हमला आंखें खोलने वाला है और स्पष्ट कार्रवाई की जरूरत बताता है।

पीएम मोदी के लोकल के लिए बने वोकल नारे के बाद एक तरफ जहां आम आदमी ने चीन के सामानों का बहिष्कार किया। वहीं दूसरी तरफ विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी JSW ग्रुप ने सीमा पर जारी तनाव के बीच चीन से 40 करोड़ डॉलर यानी की करीब 3000 करोड़ के आयात को अगले 24 महीने में खत्म करने का फैसला किया है. जो कि चीन के लिए किसी जोरदार झटके से कम नहीं है।

ग्रुप की सहयोगी इकाई JSW सीमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर पार्थ जिंदल ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी हैं। उन्होंन ट्वीट कर कहा है कि गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए हालिया टकराव के कारण यह फैसला लिया है।

14 अरब डॉलर की कंपनी JSW ग्रुप का स्वामित्व पार्थ के पिता सज्जन जिंदल के पास है। यह ग्रुप इस्पात, ऊर्जा, सीमेंट और बुनियादी संरचना जैसे मुख्य क्षेत्रों में कारोबार करती है।

भारत से जंग छेड़ना चीन को बहुत महंगा पड़ता जा रहा है. #BoycottChina की मुहिम में छोटे से छोटा कारोबारी और बड़े से बड़ा कारोबारी भी अब शामिल होता जा रहा है। #BoycottChina की वजह से उसे हर दिन करोड़ों का नुकसान तो उठाना ही पड़ रहा है। बल्कि भारतीय बाजार पर भी अपनी पकड़ को खोता जा रहा है।