चीन ने भारत को दिया ये बड़ा संदेश, कहा तैयार…

अमेरिका के इस कदम से चिंतित संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत झांग जून ने ट्वीट कर कहा, “सुरक्षा परिषद की बैठक के लिए अमेरिका की अपील को बीजिंग स्पष्ट रूप से अस्वीकार करता है. हांगकांग के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा पर कानून पूरी तरह से चीन के आंतरिक मामले हैं.”

 

वहीं, इससे ठीक पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  ने अपने एक ट्वीट में वर्तमान में लद्दाख में बढ़ते सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच फैले गतिरोध ((Deadlock) को कम करने और दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने की बात कही थी.

हालांकि, इसके तुरंत बाद भारत में चीन के राजदूत सन वेइदॉन्ग ने भारतीय मीडिया के साथ बात करते हुए दोनों देशों के सैनिकों के बीच लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चल रहे गतिरोध को खत्म करने और शांति के तहत सुलह के संदेश दिए हैं.

उन्होंने कहा, “चीन और भारत को चाहिए कि वे अपने मतभेदों और विवादों का असर कभी भी पूरे द्विपक्षीय संबंधों पर ना पड़ने दें और आपसी विश्वास को बढ़ाने की कोशिश करें.” राजदूत ने आगे कहा, “चीन और भारत को अच्छे पड़ोसियों की तरह एक-दूसरे से मिलजुल कर रहना चाहिए और अच्छे सहयोगियों की तरह आगे हाथ बढ़ाना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “चीन और भारत के लिए एकमात्र सही विकल्प है- ‘ड्रैगन एंड एलिफेंट डांसिंग टुगेदर (चीन और भारत एक साथ). यह हमारे दोनों देशों और लोगों के मूल अधिकारों के लिए काम करता है.” गौरतलब है कि पूर्वी और पश्चिमी सीमाओं पर तनावपूर्ण स्थिति के हफ्तों बाद दोनों देशों के बीच सामंजस्यपूर्ण (Harmonious) संदेश अब देखने को मिले हैं.

हांगकांग में लोगों के बीच फैले असंतोष (Dissent) को दबाने के लिए चीन के लाए गए नये कानून पर चर्चा करने के लिए अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) की तत्काल ऑनलाइन बैठक बुलाने की अपील की है. इसके बाद अब चीन ने भारत को सुलह के संदेश दिए हैं.

संयुक्त राष्ट्र के US मिशन ने कहा कि हांगकांग (Hong Kong) के लिए चीन का प्रस्तावित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून तत्काल वैश्विक चिंता, अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा का विषय है. इसलिए इस पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) को जल्द ही ध्यान देना चाहिए.