चीन ने सेना को दिया ये बड़ा आदेश, कहा अगले हफ्ते…

चीनी सैनिकों ने अपनें टेंटो को हटाना शुरू कर दिया है और वह करीब 1.5 किलोमीटर पीछे चल रहे हैं। भारत ने पहले ही साफ कह दिया था दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने का जिम्मेदारी चीन की है।

 

लिहाजा पहले उसे भारत का विश्वास जीतना होगा। फिलहाल दुनिया के सभी देशों में चीन के खिलाफ नाराजगी दिखने के बाद चीन पहले से ही दबाव में और वहीं भारत लगातार चीन पर दबाव बनाने में कामयाब रहा।

दूसरी तरफ से सेना दवारा सीमा पर मोर्चाबंदी करने के बाद चीन चारों तऱफ से घिर गया है। इसके साथ ही आर्थिक मोर्चे पर भारत द्वारा उठाए गए कदमो से चीन पर जबरदस्त दबाव पड़ा है।

क्योंकि भारत में चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया जा रहा है और आर्थिक प्रतिबंध लगाने के बाद चीन को एक बड़ा बाजार हट से निकलता दिख रहा हैं।

चीन के विदेश मंत्री ने एक बयान जारी कर कहा है कि हम इस क्षेत्र में शांति चाहते है, इसलिए हम एलएसी से पीछे हट रहे हैं। इसके बाद चीनी सैनिक (PLA’s) ने गलवान घाटी से टेंट को हटाना शुरू कर दिया है।

माना जा रहा है कि पीएम मोदी के लद्दाख दौरे और चीन के खिलाफ देश में चल रहे माहौल के कारण चीन पर दबाव बढ़ा है। वहीं विश्व बिरादरी भी चीन के आक्रामक रुख और कोरोना महामारी के कारण उसके खिलाफ कार्यवाही के पक्ष में है।

भारत-चीन सीमा तनाव के बीच भारत के कूटनीतिक दबाव ने काम करना शुरू कर दिया हैं, जिसके चलते चीन ने अपने सैनिकों को पीछे LAC से पीछे हटा लिया है ।