चीन ने भारत के खिलाफ तैनात किए 60,000 सैनिक , अमेरिका समेत जापान ने उठाया ये बड़ा कदम

पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर भारत और चीन के बीच पिछले कई महीनों से तनाव जारी है। दोनों देशों की सीमा पर जारी तनाव के मद्देनजर सैनिक आमने सामने डटे हैं।

 

विवाद की वजह 15 जून की रात को हुए हिंसक संघर्ष है जहां 20 भारतीय जवान इस घटना में शहीद हो गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के बजाय बढ़ता गया। एलएसी के पैंगोंग सेक्टर में चीनी सैनिकों का जमावड़ा लगा है।

मंगलवार को क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने टोक्यो में आमने सामने की मुलाकात की। कोरोना महामारी फैलने के बाद पहली बार क्वाड देशों के बीच इस बैठक का आयोजन किया गया।

पोम्पियो ने कहा कि जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ आमने सामने की मुलाकात की। चार बड़े लोकतंत्रिक देशों, चार शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं और चार राष्ट्रों के इस प्रारूप को क्वाड कहते हैं। इन चारों देशों को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पेश खतरों से जुड़े वास्तविक जोखिम है।

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि चीन ने भारत की उत्तरी सीमा पर 60 हजार सैनिकों को तैनात किया है। दरअसल, पोम्पियो हाल में टोक्यो से लौटे हैं.

जहां उन्होंने स्वॉड ग्रुप के देशों की बैठक में भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के समकक्षों के साथ हिस्सा लिया था। उन्होंने चीन के परेशान करने वाले रवैये को लेकर निशाना साधा। क्वाड समूह के देशों में अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।