चीन ने हिन्दुस्तान से रोकने को कहा…, जानकर लोग हुए हैरान

जवाब में हिंदुस्तान ने इस पर कड़ी असहमति जताई. मीटिंग में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक की ब्रीफिंग डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन व इंडियन आर्मी के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे को दी जाएगी.

 

इसके बाद ये जानकारी विदेश मंत्रालय के साथ एनएसए अजित डोभाल व पीएम ऑफिस को सौंपी जाएगी.इससे पहले भी दोनों राष्ट्रों के बीच सात बार आर्मी लेवल की वार्ता हो चुकी है.

जिनमें चार बार ब्रिगेडियर व तीन बार मेजर जनरल रैंक अधिकारी के साथ हुई, लेकि ये वार्ता बेनतीजा रही.सूत्रों के मुताबिक, आज की मीटिंग में पेंगोंग लेक, फिंगर फोर व फिंगर फाइव में चाइना के बढ़ते दबाव व अलावा तैनाती के साथ चाइना ने जो टेंट व कैंप के साथ स्थायी ढांचा खड़ा किया है, उसके बारे में वार्ता की गई.

हिंदुस्तान ने स्पष्ट रूप से बोला गया कि चाइना अप्रेल 2020 की स्थिति पर कायम रहे.लद्दाख में पेंगोंग लेक क्षेत्र में पिछले कई दिन से लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास जारी तनाव के बीच शनिवार को हिंदुस्तान व चाइना के बीच कमांडर स्तर की वार्ता हुई.

मीटिंग में हिंदुस्तान की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह के साथ ब्रिगेडियर ऑपरेशंस व दो चाइनीज इंटरप्रेटर भी उपस्थित थे. चाइना की तरफ से साउथ शिनजियांग मिलिट्री कमांड के कमांडर मेजर जनरल लियो लिन उपस्थित थे. मोल्डो में 3 घंटे तक चली मीटिंग में चाइना ने हिंदुस्तान से सडक़ निर्माण रोकने को कहा.