CBI ने विदेशी लेन-देन व निवेश ब्योरा जुटाने के लिए इन राष्ट्रों को दिया अनुरोध पत्र…

 CBI आईएनएक्स मीडिया केस में जाँच को कसती जा रही है. एजेंसी तमाम तरह के पहलूओं पर नजर रखी हुई है. एजेंसी ने इस केस से जुड़े विदेशी लेन-देन  निवेश का ब्योरा जुटाने के लिए पांच राष्ट्रों को न्यायिक अनुरोध लेटर भेजा है. न्यायालय की ओर से हाल ही में ब्रिटेन, सिंगापुर, मॉरिशस, बरमुडा  स्विट्जरलैंड के न्यायालय को अनुरोध लेटर भेजे गए हैं. जाँच एजेंसी ने आईएनएक्स मीडिया में 305 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश को मंजूरी देने में कथित करप्शन के मुद्दे में पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को हिरासत में लिया है.

कंपनी ने मॉरिशस की दो कंपनियों डनियर्न  एनएसआर-पीई तथा अमेरिका की न्यू वर्नन प्राइवेट इक्विटी लिमिटेड से विदेशी निवेश लेने का प्रस्ताव किया था. ये कंपनियां भारतीय जाँच एजेंसियों की निगरानी में हैं. विदेशी लेनदेन के अतिरिक्त कथित रूप से कार्ति चिदंबरम से जुड़ी कंपनियां स्ट्रेटेजिक कंसल्टेंसी प्राइवेट लि  चेस मैनेजमेंट भी CBIके रडार पर है. CBI ने शुक्रवार को पी चिदंबरम से करीब छह घंटे तक पूछताछ की. उच्च सदन के सांसद को न्यायालय के आदेश पर उनकी प्रतिष्ठा के अनुसार सुविधा दी जा रही है.

सीबीआई मुख्यालय में शाम को चिदंबरम ने पत्नी नलिनी  बेटे कार्ति से मुलाकात की. पिता से मुलाकात के बाद कार्ति ने कहा, मैं  मेरे पिता भ्रष्ट नहीं हैं. हमें फंसाया गया है.उन्होंने बोला कि उनके पिता इतिहासकार युवाल नोआ हरारी की पुस्तक सेपियंस पढ़ना चाहते थे, तो उन्होंने वह लाकर दी. पू्र्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अपने विरूद्ध गिरफ्तारी वारंट  ट्रायल न्यायालय द्वारा 26 अगस्त तक CBI को रिमांड पर देने के आदेश को चुनौती देने के लिए उच्चतम न्यायालय में शुक्रवार को नयी याचिका दायर की. चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मुद्दे में CBI ने 21 अगस्त को हिरासत में लिया था. कांग्रेस पार्टी सरकार पर बदले की भावना से कार्य करने का आरोप लगा रही है.