इस वर्ष के अंत तक संसार में 2,650 लाख लोगो को कोरोना वायरस नहीं भुखमरी से गवानी पड़ेगी जान…

कोरोना वायरस महामारी की वजह से खाद्य सामग्री की कमी व भूख की समस्या से निपटने में वैश्विक संस्थाएं जुट गई हैं वैश्विक एजेंसियों ने संभावना जताई है कि इस वर्ष के अंत तक संसार में करीब 265 मिलियन (2,650 लाख) लोग भूख की समस्या का शिकार हो सकते हैं

जिन राष्ट्रों पर इसका प्रभाव होने की बात कही जा रही है, उनमें हिंदुस्तान व अफ्रीका जैसे देश भी शामिल हैं. जानकारों का बोलना है कि गरीब और विकासशील राष्ट्रों पर ज्यादा प्रभाव होगा. इस बार महामारी की मार ऐसी है कि कई बड़े देश भी इसके सामाजिक साइड इफेक्ट से प्रभावित होंगे.

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अध्यक्ष बोरगे ब्रेंडे ने ट्वीट कर तुरंत कार्रवाई करने की आवश्यकता बताते हुए संसाधन एकत्र करने में जुटने को बोला है. हिंदुस्तान मे इम्पैक्ट फॉर न्यूट्रिशन जैसी संस्थाओं ने इस समस्या के मद्देनजर अभी से बेहतर योजना की आवश्यकता बताई है.

सरकार, स्वयंसेवी संस्थाओं, नियोक्ता व व्यक्तिगत सेक्टर को साथ लेकर गरीब और वंचित तबके तक हर हाल में खाना पहुंचाने की योजना पर कार्य करने का मशविरा दिया गया है.