मध्य प्रदेश हनी ट्रैप कांड ने कई नेताओं और अफसरों की नींद उड़ा दी है. ब्लैकमेलर हसीनाओं ने एमपी के जिन नेताओं-मंत्रियों और अफसरों के अश्लील वीडियो बनाए, उनसे इसके बदले में बड़ी कीमत वसूली गई. एसआईटी को जांच के दौरान पता चला कि ये शिकारी हसीनाएं अपने शिकारों से अब तक करीब 15 करोड़ से भी ज़्यादा की रकम वसूल कर चुकी हैं. इनमें शिकार की हैसियत के हिसाब से 50 लाख रुपये से लेकर 3 करोड़ तक की रकम वसूली गई थी. मास हनी ट्रैप और ब्लैकमेलिंग का ये सिलसिला काफी वक्त से चल रहा था.
खूबसूरती के जाल में फंसे रसूखदार
अपनी खूबसूरती के जाल में रसूखदार लोगों को फंसाकर उनसे पैसे ऐंठने वाले इस गैंग ने एक इंजीनियर को फंसाया. वह इंजीनियर इंदौर नगर निगम में तैनात हैं. इन हसीनाओं के पास उस अधिकारी का वीडियो भी था. हरभजन सिंह नामक उस इंजीनियर से आरती दयाल ने तीन करोड़ रुपये की मांगी थी. इतनी बड़ी रकम का लेन-देन वे शातिर महिलाएं एनजीओ की आड़ में करती थीं.
इंजीनियर ने दर्ज कराई पहली FIR
खबरों के मुताबिक एक तो ATS को पहले से इस बात की जानकारी थी. दूसरा हरभजन सिंह के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वो आरती दयाल का मुंह बंद कर पाते. लिहाज़ा इंजीनियर ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवा दी. उसके बाद पुलिस ने प्लान बनाकर पहले उस ब्लैकमेलर महिला को इंदौर बुलाया और फिर उसे धर दबोचा. उस महिला की निशानदेही पर ही पुलिस ने एक बाद एक तीन और आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया.