बांग्लादेश की पीएम शेख़ हसीना ने जारी की चेतावनी, कहा- भारत को सतर्क रहने की जरूरत

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमले हो रहे हैं। यहां के मंदिरों को क्षति पहुंचाने के प्रयास हो रहे हैं. हालांकि पीएम शेख़ हसीना ने चेतावनी जारी की है कि इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोग बचेंगे नहीं.

उन्होंने कहा कि कोमिल्ला में दुर्गा पूजा स्थल हिन्दू मंदिरों पर हमला करने वाले बचेंगे नहीं. हसीना ने कहा कि हमले की जांच होगी किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा. गौरलतब है कि इन हमलों में बांग्लादेश के चांदपुर में चार लोगों की मौत हो गई. इसके बाद से यहां के कुछ क्षेत्रों में तनाव का माहौल है.

बांग्लादेश की मीडिया के अनुसार शेख हसीना ने कहा कि कोई मायने नहीं रखता है कि दोषी किस मजहब का है. दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा उन्हें सजा मिलेगी. गुरुवार को बांग्लादेश की पीएम ने ये बात राजधानी ढाका स्थित ढाकेश्वरी मंदिर में दुर्गा पूजा के मौके पर हिन्दुओं को पूजा की बधाई देते हुए कही। प्रधानमंत्री पूजा महोत्सव में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए शामिल हुई थीं.

ढाकेश्वरी बांग्लोदश का सबसे बड़ा मंदिर है इसके नाम पर राजधानी ढाका का नाम पड़ा है. 2018 की दुर्गा पूजा में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दुर्गा पूजा के मौके पर राजधानी ढाका स्थित ढाकेश्वरी हिंदू मंदिर को 1.5 बीघा जमीन दी थी.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शेख़ हसीना ने भारत को भी नसीहत देते हुए कहा कि उसे उपद्रवियों को लेकर सख्त होना चाहिए। ‘यहां तक कि भारत में भी ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए, जिससे हमारे मुल्क पर असर हो. भारत में कुछ होता है तो हमारे यहाँ के हिन्दू प्रभावित होते हैं. भारत को भी इसे लेकर सतर्क रहने की ज़रूरत है.”

बांग्लादेश में हमले को लेकर भारत से भी प्रतिक्रिया आई। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बांग्लादेश की तत्काल कार्रवाई को सराहा है। उन्होंने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस को संबोधित कर कहा कि तुरंत कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है.

भाजपा के सोशल मीडिया प्रमुख अमित मालवीय ने बांग्लादेश में दुर्गा पूजा स्थलों पर हमले को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट में लिखा ‘बांग्लादेश में हिन्दुओं की धार्मिक स्वतंत्रता खतरे में है, यह बताता है कि सीएए एक मानवीय कानून है. ममता बनर्जी का सीएए का विरोध सोची-समझी चुप्पी पश्चिम बंगाल के हिन्दुओं के लिए निराशाजनक है. यहां के हिन्दू भी टीएमसी शासन में हाशिए पर जा रहे हैं.’