बाबा रामदेव ने दिया ये बड़ा सुझाव, कहा चीन को मात देने के लिए करे…

बाबा रामदेव ने कहा कि चीन के उत्पादों के बहिष्कार के लिए बड़े संकल्प लेने होंगे. मैंने पिछले तीन दशक से चीन के किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल नहीं किया है.

 

चीन को अगर सबक सिखाना है तो हर भारतीय को चीनी उत्पादों के बहिष्कार का संकल्प लेना होगा. चीन को सबक सिखाने का सबसे सही यही तरीका है.

बाबा रामदेव ने कहा कि चीन जवाहर लाल नेहरू के समय से भारत-चीनी भाई-भाई का नारा देकर हमें लूट रहा है. ऐसे में चीन के उत्पादों का सिर्फ बहिष्कार ही नहीं बल्कि उसके प्रति नफरत का माहौल भी तैयार करना होगा.

चीन से होने वाले आयात-निर्यात के सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि चीनी समानों के बहिष्कार के साथ-साथ स्वेदेशी वस्तुओं के लिए भी हमें नीति भी बनानी चाहिए.

देश के पीएम नरेंद्र मोदी संवैधानिक और अंतरराष्ट्रीय संधि से बंधे हुए हैं. पीएम को राजनीतिक तौर पर जो करना चाहिए वो करते हैं. लेकिन चीन के विकल्प में भारत को खड़ा करने के लिए देश में इलेक्ट्रॉनिक, खिलौने, टॉयज के लिए मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहिए और टैक्स में छूट दी जानी चाहिए, यह सीधे तौर पर 5 लाख करोड़ का कारोबार है.

रामदेव ने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा करने में हमारी सेना पूरी तरह से सक्षम है. चीन को हथियार से ज्यादा मात देने के लिए उसके समानों का बहिष्कार किया जाना चाहिए, क्योंकि 15 से 20 लाख करोड़ का कारोबार चीन हमारे देश से करता है. देश में आज टॉयलेट की सीट से लेकर खिलौना सहित तमाम चीन के उत्पाद आ रहे हैं.

लद्दाख की सीमा पर करीब एक महीने से चीन से जारी तनातनी पर चर्चा के लिए आजतक ने ई-एजेंडा कार्यक्रम की सीरीज में ‘सुरक्षा सभा’ का आयोजन किया है.

ई-एजेंडा सुरक्षा सभा के सत्र- स्वदेशी का दम, हिन्दुस्तान से ‘चीनी कम’ में योग गुरु बाबा रामदेव शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने खुले तौर पर कहा कि सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक हर स्तर पर चीन का बहिष्कार भारत में किया जाना चाहिए.