आजमगढ़: विरोध कर रहे किसानों पर चली लाठियां, साथ ही फसल पर चला बुलडोजर

किसानों का कहना था कि खेत में खड़ी सरसों एवं गेहूं की फसल लगभग एक महीने में तैयार हो जाती, उसके बाद प्रशासन द्वारा जमीन अधिग्रहण कर लिया जाता, तब तक हम लोगों को जमीन का मुआवजा भी मिल जाता.

 

जबकि जिला प्रशासन का यह कहना है कि जमीनों का मुआवजा ज्यादातर लोगों को दिया जा चुका है. कुछ लोग जो बचे हैं वह तय मूल्य पर तैयार नहीं हो रहे थे, जिसके कारण धारा 11 के तहत जमीन का अवार्ड घोषित कर दिया गया है. जो कृषक अपने कागजात जमा कर रहे हैं उन्हें मुआवजा देने की प्रक्रिया भी जारी है.

अपनी खड़ी फसल को बर्बाद होते देख कुछ किसान मौके पर पहुंचकर प्रशासन से इस बात का विरोध जताने लगे, तो वहां पर मौजूद प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के इशारे पर मौजूद पुलिस और पीएसी के जवानों ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया. इससे स्थानीय लोगों में शासन और प्रशासन के प्रति काफी गुस्सा दिखाई दे रहा है.

प्रशासन द्वारा इन किसानों को समय भी दिया गया था, साफ कहा गया था कि मुआवजा मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण किया जाएगा. जबकि तमाम किसान ऐसे हैं .

जिनको अधिग्रहण की कार्रवाई के बाद भी अब तक अधिग्रहित हो रही जमीन का मुआवजा प्राप्त नहीं हो सका, फिर भी मंगलवार सुबह प्रशासन ने बर्बरता दिखाते हुए सड़क निर्माण करने वाली कंपनी से किसानों की फसल को रौंदने की कार्रवाई शुरू करा दी.

अतरौलिया प्रशासन के इशारे पर सड़क निर्माण करने वाली यूपीडा कंपनी ने किसानों की खड़ी फसल को रौंद दिया गया. क्षेत्र में बन रहे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए क्षेत्र के अकबेलपुर मु. गोरहरपुर, हैदरपुर खास, गनपतपुर, गदनपुर, गोरथानी आदि गांव के जिन किसानों ने जो अपनी जमीन की रजिस्ट्री नहीं कराई थी, उन किसानों की भूमि पर अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू की गई है.

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. 95 प्रतिशत लोगों ने जमीन दे दी है, लेकिन पांच प्रतिशत किसान ऐसे हैं, जो अधिक रेट की मांग को लेकर जमीन नहीं देना चाहते हैं.

इसी के चलते किसान अधिग्रहण प्रक्रिया का विरोध कर रहे हैं. इस कार्रवाई के दौरान किसानों की खड़ी फसल पर बुलडोजर चलवा दिया गया, विरोध करने पर किसानों पर लाठियां चलाई गईं. जिला प्रशासन का कहना है कि धारा 11 के तहत जमीन का अवार्ड घोषित कर दिया गया है और अधिकरण कराया जा रहा है.