सुलतानपुर की विशेष कोर्ट में पेश हुए अरविंद केजरीवाल, जानिए क्या है मामला

अमेठी जिले के गौरीगंज कस्बे में सात साल पूर्व रोड जाम, उपद्रव व आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन व एक अन्य मुकदमे मे आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट में हाजिर हुए। सुनवाई के बाद न्यायाधीश पीके जयन्त ने उन्हें जमानत पर छोड़ दिया।

20 अप्रैल 2014 को लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान हुए बवाल में अमेठी के अपर मुख्य अधिकारी जग प्रसाद मौर्य की तहरीर पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास हरिकृष्ण, बब्लू तिवारी और अजय सिंह समेत कई लोगों पर चार्जशीट दाखिल हुई थी। मामले में अरविंद केजरीवाल की हाजिरी पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी थी।

मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के औरंगाबाद में चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अरविंद केजरीवाल पर मुकदमा दर्ज हुआ था। दोनों मामलों में अधिवक्ता मदन सिंह ने सोमवार को केजरीवाल की जमानत अर्जी पेश की जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया है।

गौरीगंज थाना से जुड़े मामले में कोर्ट ने उन पर आरोप भी तय किए। औरंगाबाद केस में उन्मोचन अर्जी दी गयी जिस पर कोर्ट ने तीन नवम्बर की तारीख नियत की है। गौरीगंज केस में कुमार विश्वास और अजय सिंह के कोर्ट में हाजिर न होने के कारण न्यायाधीश पीके जयन्त ने उन पर जमानती वारंट जारी किया था। दोनों मामलों में सुनवाई तीन नवम्बर को होगी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सुलतानपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में स्वयं हाजिर होने की जानकारी पर कोर्ट परिसर की चप्पे-चप्पे पर पुलिस सुरक्षाकर्मियों की निगरानी दिखी। मेन गेट व पूर्वी गेट पर आने जाने वालों की चेकिंग होती रही।

अग्निशमन गाड़ी भी गेट के बाहर मौजूद रही। न्यायालय के बाहर बरामदे को वादकारियों से खाली करा दिया गया और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनात दिखी। अरविंद केजरीवाल अपने वाहन से सीधे कोर्ट परिसर के गेट तक पहुंचे जहां से न्यायालय में दाखिल हुए। उनके कोर्ट में दाखिल होने के बाद बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के समर्थक अधिवक्ता और अन्य लोग मुख्यमंत्री को देखने के लिए परिसर में जमा हो गए। करीब एक घंटे तक चली सुनवाई के बाद न्यायालय से निकल कर केजरीवाल फिर गाड़ी में बैठे और चले गए। दीवानी परिसर में मौजूद मीडिया कर्मियों व अन्य किसी से उन्होंने कोई बात नहीं की।