एक ऐसा शख्स जो बिना घड़ी देखे बता सकता है ये, सुनकर लोग गए चकरा

कुछ लोगों में गजब की प्रतिभा होती है कि आप दातों दले अंगुली दबा लें कुछ लोगों में ऐसी प्रतिभा जन्मजात होती है तो कुछ इसे समय के साथ विकसित कर लेते हैं

 

हम सबके ज़िंदगी में समय का अगर सबसे ज्यादा महत्व है तो उतना ही महत्व है घड़ियों का जिसे देखे बगैर हमें समय का ज्ञान नहीं हो पता अगर यहां पर ये बोला जाए कि देश में एक शख्स ऐसा भी है, जो कभी घड़ी नहीं देखता लेकिन इतना सटीक समय बताता है कि लोग उससे अपनी घड़ियां मिलाते हैं

ये शख्स डिजिटल क्लॉक को भी एकुरेसी के मुद्दे में मात देता है वो कभी  कहीं भी आपको सटीक समय बता सकता है सेकेंड्स तक की गणना के साथ आप उसकी इस प्रतिभा से दंग रह जाएंगे इस आदमी का नाम है विश्वनाथ

कूचविहार के विश्वनाथ भौमिक ऐसे ही शख्स हैं जो समय बताने की विश्वसनीयता पर संसार की सबसे रामवाण घड़ियों को भी मात करते हैं

घड़ियां भी अक्सर धीमी या तेज हो सकती हैं, ठीक समय बताने में चूक कर सकती हैं लेकिन विश्वनाथ कभी ऐसा नहीं करते  वह खड़े हों, बैठे हों, किसी से बात कर रहे हों, कोई कार्य कर रहे हों लेकिन जैसे ही उनसे समय पूछेंगे वो तुरंत ठीक समय बता देंगे

समय की एकदम ठीक माप के लिए  देश ही नहीं विदेशों में बड़ी बड़ी खगोलशालाएं बनाएं गईं जयपुर में तो सेकेंड्स के ठीक आंकलन के लिए सूर्य की गति, प्रकाश और छाया के आधार पर जंतर मंतर जैसी दुनिया मशहूर खगोलशाला बनाई गई थी लेकिन विश्वनाथ तो अपने आपमें अजूबा हैं वह सेकेंड्स तक का इतना ठीक समय बता देते हैं कि कोई भी चकरा जाए

हैरानी होती है कि वह ऐसा कैसे कर लेते हैं समय बताने के लिए वह कभी घड़ी भी नहीं देखते पहले लोगों को लगता था कि वह छाया देखकर तो समय की गणना करते होंगे बाद में ये बात भी गलत निकली उनसे जब भी समय पूछो, तपाक से ठीक समय मिलता है

विश्वनाथ कूचबिहार की एक छोटी सी कॉलोनी गोलबागान में रहते हैं वह कहते हैं, खुद उन्हें भी नहीं मालूम वह ऐसा कैसे कर पाते हैं लेकिन ये बात ठीक है कि समय उनकी जुबान पर रहता है घड़ी की सूइयां ठहर सकती हैं लेकिन क्या मजाल विश्वनाथ जी समय बताने में देर करें या गड़बड़ी कर दें