चाइना के नेता शी जिनपिंग को अब लगा एक और झटका, प्रोफेसर ने किया उनके साथ…

काई ने बोला कि दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनी हुआवेई पर ट्रंप प्रशासन ने जो प्रतिबंध लगाए हैं, उसका वे समर्थन करती हैं. अमरीकी सरकार का इस विषय में बोलना है कि इससे उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम है.

हालांकि इस आरोप से Huawei ने बार-बार मना किया है. काई ने शीर्ष चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंधों का भी आह्वान किया व अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कम्युनिस्ट पार्टी को वैश्विक संस्थानों में “घुसपैठ” करने व शी के “अधिनायकवादी” आदर्शों को फैलाने से रोकने के लिए हाथ मिलाने की अपील की.

काई के अनुसार, “चीन व अमरीका के बीच संबंध दो लोगों के बीच का विवाद नहीं है, बल्कि दो प्रणालियों व दो विचारधाराओं के बीच एक विवाद है.” काई ने बोला कि वह बीते वर्ष अमरीका में एक पर्यटक के रूप में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस महामारी से फंसी थी. अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर आशंकाओं का हवाला देते हुए उसने वर्तमान स्थिति या भविष्य की योजनाओं के बारे में अधिक जानकारी देने से मना कर दिया.

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party)के शीर्ष प्रशिक्षण केन्द्र व थिंक टैंक में सालों बिताने वाली साये काई एक मुखर प्रोफेसर रही हैं. वे अपने उदार विचारों व लोकतांत्रिक सुधार के समर्थन के लिए जानी जाती हैं.

हाल ही में, उन्होंने चाइना के सत्तारूढ़ अभिजात वर्ग व देश के नेता शी जिनपिंग (Xi Jinping) की तीखी आलोचना की है. इसके कारण उन्हें इस हफ्ते की आरंभ में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. अमरीकी मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में, उन्होंने बोला कि अमरीका (America) की सरकार को बीजिंग के साथ व अधिक सख्त रवैया अपनना चाहिए. उन्होंने बोला कि इस तरह के कुटिल देश के सामने अमरीकी सरकार को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.

2012 के अंत में सत्ता में आने के बाद से, शी ने पार्टी पर अपनी स्थिति व अधिकार को मजबूत कर लिया है, जो 90 मिलियन सदस्यों के साथ दुनिया के सबसे बड़े सियासी संगठनों में शुमार है. उन्होंने झिंजियांग क्षेत्र में सियासी असंतोष, नागरिक समाज व ज्यादातर मुस्लिम उइगर अल्पसंख्यक पर व्यापक रूप से प्रतिबंध लगा दिया है. एक पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश हांगकांग को 1997 में चाइना को सौंपा गया था. यहां पर कानून व्यवस्थाओं को एक अलग देश के रूप मान्यता दे रखी थी. चाइना ने उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून थोपा है. काई के अनुसार, कम्युनिस्ट पार्टी का उद्देश्य “संयुक्त प्रदेश अमरीका द्वारा अगुवाई की गई आधुनिक मानव जाति की स्वतंत्र व लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदलना है.

काई के पिता माओत्ये तुंग की लाल क्रांति का भाग रहे थे. काई कम्यूनिस्ट पार्टी द्वारा संचालित सेंट्रल पार्टी स्कूल की सेवानिर्वित शिक्षका हैं. इस स्कूल में वे विद्यार्थियों को पॉलिटिक्स व लोकतंत्र के विषय पर पढ़ाती थीं. इसमें चाइना के भावी नेता व नौकरशाह एजुकेशन ग्रहण करते थे. इस स्कूल की स्थापना माओत्से तुंग ने की थी. अब इसका नेतृत्व शी जिनपिंग करते हैं. पार्टी के विरूद्ध बयान को लेकर काई को पहले भी चेतावनी मिल चुकी है. उन्हें चाइना वापस अपने देश आने का आग्रह कर रहा है.