केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल CRPF के साहस व शौर्य की सराहना करते हुए यह बोला कि वे देश की सुरक्षा के जिम्मेदार वह खुद हैं व उनके परिवार की चिंता व सुरक्षा सरकार करेगी।
अमित शाह ने रविवार को यहां सीआरपीएफ मुख्यालय के शिलान्यास के मौका पर आयोजित प्रोग्राम को संबोधित करते हुए बोला कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने सशस्त्र बलों के जवानों के लिए एक सूत्र अपनाया है कि आप देश की सुरक्षा कीजिए, आपके परिवार की चिंता व सुरक्षा हम करेंगे। हमने तय किया है जवानों के साथ-साथ उनके मां-बाप, पत्नी व बच्चों को भी स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा दी जाए। हर जवान को ऐसा हेल्थ कार्ड देने की योजना पर कार्य चल रहा है।
वहीं उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय एम्स के साथ मिलकर इस योजना पर कार्य कर रहा है . उन्होंने बोला कि गृहमंत्री बनने के बाद वह सीआरपीएफ व उसके कामकाज को करीब से देख रहे हैं। सीआरपीएफ संसार का सबसे बड़ा सशस्त्र बल तो है ही, साथ ही संसार का सबसे बहादुर सशस्त्र बल भी है। इसके इतिहास को खंगाले तो इसकी कई गाथाएं बताई जा सकती हैं। ढेर सारे अभियानों व ढेर सारी मुहिमों में सीआरपीएफ के 2184 जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान मां भारती की सुरक्षा व सम्मान के लिए दिया है ।
मिली जानकारी के अनुसार वह आगे कहते है कि 21 अक्टूबर 1959 को सीआरपीएफ के सिर्फ 10 जांबाजों ने ऑटोमेटिक हथियारों से लैस चाइना की टुकड़ी का सामना किया व अपनी आहुति दी। इसलिए 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है . जंहा देश में 80 से 90 के दशक में अनेक प्रकार की विपदाएं आईं ।
उन्होंने बोला कि आज यह कहने में तनिक भी हिचक नही है कि इन दोनों राज्यों से आतंकवाद का पूर्ण रूप से सफाया किया जा चुका है, इसमें सीआरपीएफ का बहुत अहम् सहयोग रहा है। शाह ने बोला कि रक्त को जमा देनी वाली ठंड में, अनिश्चितताओं के बीच जब हमारे जवान आतंकवाद का सामना कर रहे होते थे तो उन्हें कोई पदक का लालच या ड्यूटी की विवशता ऐसा करने के लिए मजबूर नहीं करती।
सिर्फ हिंदुस्तान माता के प्रति प्रेम व सरेंडर का भाव उन्हें इसके लिए प्रेरित करता है। उन्होंने बोला कि देश में किसी भी प्रकार के दंगे हुए हो तो उन्हें भी CRPF नियंत्रित करती है।