हिंसा रूकन के बाद दिल्ली में फिर हुआ ये, भागते नजर आए लोग

सीएए को लेकर लगातार दो माह से शाहीन बाग में भले ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन हो रहा था, लेकिन बाद में इससे प्रेरित होकर दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों के अलावा देश के विभिन्न स्थानों में भी कई धरने-प्रदर्शन शुरु हुए।

इनमें से अकेले यूपी में ही इस तरह के प्रदर्शनों के दौरान कई हिंसक घटनाएं भी हुई है। ऐसे में रविवार को मौजपुर में सीएए के विरोध और समर्थन को लेकर शुरू हुई जुबानी जंग ने देखते-देखते जिस तरह से पूरे इलाके को हिंसक घटना के आगोश में ले लिया और तीन दिन तक धधकने के बाद बुधवार को दिल्ली में भले ही स्थिति कुछ काबू में होती दिखी.

लेकिन इसके साथ ही यह आशंका लोगों में और बढ़ गई है कि अब इसके बाद कहां? क्या ये सिर्फ एक संयोग था या फिर सोच-समझकर किया गया प्रयोग, जिससे किसके हिस्से में लाभ पहुंचा यह तो नहीं कह सकते, लेकिन नुकसान सभी वर्ग का हुआ है। दरअसल देश भर में 60 से अधिक ऐसे जिले हैं।

जानकारों का मानना है कि जिस तरह से सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध की लहर लगातार बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली से शुरू हुई यह हिंसक घटना अब यहीं थमेगी या फिर आने वाले समय में इसका दुष्प्रभाव कहीं अन्य स्थानों पर न देखने को मिलेगा, इसे लेकर अभी आशंका बनी हुई है।

यह दिल्ली ही है जो कई बार दिशा तय करती है। चाहें देश के स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़कर देखें या फिर अन्ना आंदोलन की बात करें।

लेकिन दिल वालों की इस दिल्ली में इस बार लोगों के दिलों में अलग ही तरह की फांस धंस गई है, जिसका घुलना कितनी जल्दी होगा यह देखना होगा।

खुद दिल्ली के पुराने बाशिंदों से लेकर राजनीतिक पार्टी में अलग-अलग मुकाम पर पहुंचे पहरेदारों को प्रेम के प्रभाव में पहुंचाने में काफी मशक्कत करनी होगी।

1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद दिल्ली में हिंसक घटनाएं हुई थी, इस हफ्ते हो रही हिंसक घटनाओं ने दिल्ली के एक जिले उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के अधिकांश इलाके को अपने आगोश में लिया है।

दोनों घटनाओं में ही हिंसक वारदातों ने आम-जनजीवन को तो प्रभावित किया ही, साथ ही आपसी भाईचारे में भी खटास पैदा की, लेकिन इन दोनों घटनाओं में एक बड़ा अंतर है।

विवादित ढांचा ढहाने के बाद दिल्ली हिंसा का शिकार हुई थी, लेकिन वह उस घटना के केंद्र में नहीं थी, जबकि इस बार पूरा केंद्र, दिल्ली है और शाहीन बाग के प्रदर्शन के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में यह आग फैली।