विकास दुबे के बाद अब इनका होगा एनकाउंटर, शुरू किया…

उज्जैन से कानपुर हाईवे पर तेज बरसात के दौरान एसडीएम की गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे एसटीएफ के जवानों की हथियार लेकर भागने का प्रयास कर रहा था। इस दौरान मुठभेड़ में उसके 3 गोली लगी और अस्पताल ले जाने के बाद उसको मृत घोषित कर दिया गया।

हालांकि 8 दिन के दौरान जो लोग विकास दुबे को पकड़ने में उत्तर प्रदेश पुलिस की नाकामी और 1 दिन पहले पकड़ने के बाद उसका एनकाउंटर नहीं होने पर सवाल उठा रहे थे, वही लोग आज विकास दुबे के एनकाउंटर होने पर सवाल उठाने लग गए हैं।

2017 में उत्तर प्रदेश की सत्ता में आई योगी आदित्यनाथ की सरकार अब तक सैकड़ों दुर्दांत अपराधियों का एनकाउंटर कर चुकी है और हजारों ने समर्पण करके जेल की हवा खाना ज्यादा मुनासिब समझा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि एक मजबूत राजनेता और फैसले लेने वाले मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित हो चुकी है। लोग धीरे-धीरे योगी आदित्यनाथ को देश का प्रधानमंत्री बनाने की मांग करने लगे हैं।

दरअसल मुख्तार अंसारी अभी जेल में है, उसने सरेंडर किया था। इसी तरह सहाबुद्दीन और अधिक अहमद भी पुलिस की गिरफ्त में हैं। जबकि तीनों ही दुर्दांत अपराधी हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर के डर से पुलिस के सामने सरेंडर कर चुके हैं, लेकिन लोगों को ऐसे संतोष नहीं है।

8 पुलिसकर्मियों को मारने वाले विकास दुबे और उसकी गैंग के छह अन्य सदस्यों का पिछले 8 दिन के दौरान उत्तर प्रदेश की पुलिस एनकाउंटर कर चुकी है। इससे साबित होता है कि पहले दिन योगी आदित्यनाथ के द्वारा पुलिस को जो टारगेट दिया गया था, वह पूरा किया जा चुका है।

गौरतलब है कि 1 दिन पहले ही विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से पुलिस ने पकड़ा था। उसको देर रात उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया गया था।

8 दिन पहले कानपुर के विक्रम इलाके में 8 पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध फायरिंग करके उनको मौत के घाट उतारने वाले गैंगस्टर विकास दुबे का आज उत्तर प्रदेश पुलिस ने एनकाउंटर में खात्मा कर दिया।

उत्तर प्रदेश पुलिस के इस बहादुरी पुणे कारनामे के बाद देशभर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की जा रही है कि मुख्तार अंसारी, शहाबुद्दीन और अतीक अहमद का एनकाउंटर कब होगा?