चीन के बाद अब इस देश ने दिखाई भारत को आँख, पाकिस्तान में जाकर…

ईरान के राजदूत ने भारत का नाम लिए बगैर निशाना साधा. ईरानी राजदूत ने चाबहार के रेल प्रोजेक्ट पर भारत के बिना ही काम शुरू करने के फैसले का बचाव किया.

उन्होंने कहा, जब कुछ देशों की सरकारें ईरान के साथ अपने संबंधों को लेकर दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं और सामान्य बातचीत के लिए भी उन्हें दूसरों की इजाजत की जरूरत पड़ रही हो तो वे लंबे समय की साझेदारी पर कैसे काम कर पाएंगे?हुसैनी ने बीआरआई और सीपीईसी की जमकर तारीफ की. इसे ईरान की विदेश नीति में बदलाव का संकेत भी माना जा रहा है.

ईरानी राजदूत ने कहा, निश्चित तौर पर, बेल्ट ऐंड रोड परियोजना और चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर क्षेत्रीय विकास के लिए उपयुक्त मंच है, खासकर ईरान, पाकिस्तान और चीन के लिए.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चाबहार बंदरगाह को भारत में पाकिस्तान-चीन आर्थिक कॉरिडोर के तहत बनाए गए ग्वादर बंदरगाह का जवाब माना जाता रहा है. हालांकि, अब ईरान चीन के साथ 400 अरब डॉलर की डील पर आगे बढ़ रहा है और उसकी परियोजनाओं को खुलकर समर्थन दे रहा है.

बता दें कि चाबहार के सामरिक रूप से अहम रेल प्रोजेक्ट से भारत को बाहर करने के बाद ईरान ने बुधवार को बेल्ट ऐंड रोड और चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का समर्थन किया है.

ईरान में पाकिस्तान के राजदूत सैय्यद मोहम्मद अली हुसैनी ने कहा है कि बीआरआई और सीपीईसी चीन, ईरान और पाकिस्तान समेत पूरे क्षेत्र के लिए फायदेमंद है.