चीन के बाद नेपाल ने भारत को दिया ये बड़ा संकेत, कहा अगर जरा भी…

जनरल नरवणे नवंबर के पहले सप्ताह में नेपाल जाएंगें। उनका यह दौरा तीन दिन का होगा। उन्हें नेपाल सेना के मानद अध्यक्ष (Honorary Army Chief) के पद से सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान वे नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, रक्षामंत्री और वहां के आर्मी चीफ से भी मुलाकात करेंगे।

बता दें कि भारत और नेपाल में बरसों पुरानी एक संधि है जिसके तहत दोनों देश एक-दूसरे के आर्मी चीफ को अपने देश में आमंत्रित करते हैं और फिर समारोह के बीच उसे अपनी सेना के मानद अध्यक्ष का दर्जा देते हैं।

सूत्रों के मुताबिक, पूर्व डेप्‍युटी पीएम ईश्‍वर पोखरेल ओली कैबिनेट में भारत के सबसे मुखर विरोधी माने जाते हैं। अब खुद पीएम ओली रक्षामंत्री का प्रभार संभालेंगे। पोखरेल को प्रधानमंत्री कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।

भारत-नेपाल (India-Nepal) के बीच चल रहे मनमुटाव के बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (General Narwane) अगले महीने नेपाल का दौरा करेंगे। सेना प्रमुख के नेपाल दौरे से पहले ही नेपाल ने अपने रक्षामंत्री को बदल दिया है।

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश के डेप्‍युटी पीएम ईश्‍वर पोखरियाल से रक्षा मंत्री का प्रभार वापस ले लिया है। माना जा रहा है कि भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए ओली ने यह कदम उठाया है। चीन के इशारे पर चल रहे ओली के भारत के प्रति अब सुर बदलते द‍िख रहे हैं।