चीन में मछली की स्किन से एक महिला ने बनाया ये, कहा खत्म हो रहा…

यह कपड़े सेममाई, माइक और सैलमन (Salmon) मछली की त्‍वचा से बनाए जाते हैं. अब हेजे (Hezhe) कबीले के कुछ ही लोग इन कपड़ों को बनाने में रुचि दिखाते हैं. यह कपड़े अब उनके जीवन का अहम हिस्‍सा नहीं रहे.

 

यूविंग फिंग को इस हुनर के खत्‍म होने की आशंका है. इसलिए उन्‍होंने इसको तोंग जियांग की स्‍थानीय महिलाओं को सिखाने का फैसला किया है. वह मछली पकड़ने से संबंधित अपनी बोलियों और कानों को उनकी हलचल समझने का हुनर भी सिखाना चाहती हैं, लेकिन यह मुश्किल काम है.

वह कहती हैं कि जब जंगलों में पानी भर जाता है, तो उसमें मछलियां बहुत होती हैं, जिनको आसानी से पकड़ा जा सकता है. महिला के कपड़े बनाने के लिए 50 और पुरुष के कपड़े बनाने के लिए 56 मछलियों की स्किन की जरूरत पड़ती है.

वह कहती हैं, ‘हम मछलियों की त्‍वचा उनसे अलग करते हैं और फिर उसे सुखाते हैं. फिर इसे नरम किया जाता है. इस सारे काम में एक महीना गुजर जाता है और सिलाई में 20 दिन लगते हैं. कुछ अंतराष्‍ट्रीय ब्रांड कभी-कभार जरूर मछली की स्किन को अपने उत्‍पादों में इस्‍तेमाल कर लेते हैं. हालां‍कि मछली की स्किन से बने कपड़े अब भी लोगों के लिए अचरज का विषय हैं.’

है.

एक जातीय अल्पसंख्यक समूह है. इसके अब कुछ ही लोग बचे हैं, उनमें से कुछ लोग ही मछली की स्किन (Fish skin) से कपड़े बनाना जानते हैं. 68 साल की यूविंग फिंग को उनकी मां की ओर से मछली की स्किन से कपड़े बनाने का यह हुनर मिला