पाकिस्तान में रोटी के पड़े लाले, 700 रूपए किलो हुआ ये…

खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में आटे की सबसे ज्यादा कमी आई है। यहां महंगे आटे की वजह से दुकानों पर ताले पड़ने शुरू हो गये हैं।

 

खैबर पख्तूनख्वाह के पेशावर में ये चलन है कि लोग नान खरीदकर खाते हैं और यही वजह कि पूरे शहर में ढाई हजार से भी ज्यादा नान बनाने की दुकाने हैं। लेकिन अब नान इतनी महंगे पड़ने लगे कि दुकान के शटर गिराने पड़ रहे हैं।

वहीं, इमरान खान सरकार ने इसका संज्ञान लेते हुए तीन लाख टन गेहूं के आयात को मंजूरी दी है, लेकिन पहली शिपमेंट आने में 15 फरवरी तक का समय लग सकता है।

यही नहीं, सब्जी और दूध जैसी जरुरी चीजों की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। लाहौर, कराची समेत पाकिस्तान के कई शहरों में आटा 70 से 75 रुपये किलो बिक रहा है, जो पाकिस्तान के अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा है। लोगों के पास इस समस्या के बाद चावल खाने की ही विकल्प रह गया है।

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक, सिंध में 20 मार्च तक और पंजाब में 15 अप्रैल तक गेहूं की नई फसल आने का अनुमान है।

पाकिस्तान की महंगाई दर साल भर में करीब दोगुनी हो चुकी है। जनवरी 2019 में यह 7.2 फीसद थी, वहीं जुलाई में 10.32 फीसद और दिसंबर में 12.42 फीसद हो गई। वहीं, पाकिस्तान 8 लाख करोड़ के विदेशी कर्ज में डूबा हुआ है।

जनवरी और फरवरी महीने में महंगाई के और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। इससे उन लोगों का हाल बेहाल होता जा रहा है, जिनके लिए पेट भरना भी अब नामुमकिन सा हो रहा है।

पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई से लोग बहुत परेशान हैं। लोगों के लिए रोटी खाना तक मुश्किल हो गया है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में लगातार गिरावट देखी जा रही है। यहां पर आटा 70 रुपये किलो, जबकि चीनी 80 रुपये किलो तक बिक रही है।