हवालात में बंद होते ही रोने लगे सुशील पहलवान, पुलिस को बताया पूरा सच

पुलिस की पूछताछ में सुशील ने कबूल किया कि वो केवल सागर को डराना चाहते थे, इसलिए उसकी पिटाई कर दी। पहलवान ने माना कि विवाद वाले दिन वो अस्त्र लेकर गए थे और सागर व् उनके दोस्तों को डराने के लिए घटना का वीडियो बनवाया था। हालांकि बाद में सागर की मौत हो गयी। जिसके बाद सुशील ये सूचना होते ही फरार हो गए।

जब वे दिल्ली लौटे तो उन्होने एक महिला मित्र के घर जाकर उसकी स्कूटी ली और उसी स्कूटी से अपने एक परिचित के पास पैसे लेने के लिए निकल पड़े। इस बीच उन्हें अरेस्ट कर लिया गया।

सूचना के तहत पुलिस रिमांड में उनकी रात ही जगाते हुए गुजरी। न तो सुशील सोए और न ही उन्होंने खाना खाया। इस बीच वह पूरी रात कई बार रोते दिखे। बताया जा रहा है कि रात में दो बचे के करीब सुशील को नींद आयी थीं मगर सवेरे उन्हें कानूनी प्रक्रिया के लिए जगा दिया गया। इस दौरान सुशील के साथ अरेस्ट हुए उनके साथ अजय भी पुलिस रिमांड में शांत बैठे रहे।

हवालात में सुशील कुमार इमोशनल होकर रोने लगे। पुलिस स्टेशन में सिर झुकाए बैठे सुशील कुमार ने खाना भी नहीं खाया और बच्चों के माफिक रोते रहे।

पुलिस स्टेशन में एक चेयर पर सुशील कुमार सिर (एक मुजरिम की तरह) झुकाए बैठे रहे, जब पुलिस अफसर ने उन्हें और उनके साथी को हवालात में बंद करने को कहा तो सुशील कुमार टूट गए।

हवालात की ओर जाते वक्त सुशील कुमार बच्चों की तरह रोने लगे और फर्श पर बैठ गए। सूचना के अनुसार पहलवान आधे घंटे तक इसी तरह सुबकते रहे। जिसके बाद उन्हें जांच अफसर ने कमरे में बैठाया और पीने के लिए पानी दिया।

सागर हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। क्योंकि मशहूर पहलवान सुशील कुमार इस हत्याकांड में रिमांड पर हैं। पूछताछ के दौरान कई रोज खोले हुए।