भाजपा एमएलसी सच्चिदानंद राय ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए तेजस्वी यादव के आंदोलन पर चुटकी लेते हुए बोला कि उन्हें व उनकी पार्टी को उम्मीद थी कि तेजस्वी यादव जब लौटेंगे तो बिहार को लेकर चर्चा करेंगे जन सरोकारों की बात करेंगे, किन्तु तेजस्वी के लौटने के साथ जाति की सियासत प्रारम्भ कर चुकी हैं।
सच्चिदानंद राय ने बोला कि बिहार को एक सकारात्मक विपक्ष की भी जरूरत है, जिसके मद्देनजर तेजस्वी प्रसाद यादव को विचार करने की आवश्यकता है।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि तेजस्वी यादव बहुत ज्यादा समय से सक्रिय सियासत से दूर थे। 20 अगस्त को पटना पहुंचते ही तेजस्वी यादव सक्रिय नजर आए। तेजस्वी यादव बुधवार रात कब्ज़ाहटाओ अभियान के तहत पटना रेलवे स्टेशन के पास दूध मार्केट को तोड़े जाने के विरोध में धरने पर बैठ गए थे।
इस दौरान तेजस्वी यादव का समर्थन करने आए उनके भाई तेजप्रताप यादव भी उपस्थित थे। इसके बारे में ट्वीट पर तेजस्वी यादव ने लिखा कि पटना रेलवे जंक्शन के पास दशकों से स्थित दुग्ध बाजार को तानाशाही नीतीश प्रशासन ने आकस्मित नष्ट कर दिया। दूध व्यवसायियों ने प्रशासन से बाजार तोड़ने के आदेश की प्रतिलिपि माँगी, किन्तु प्रशासन यह दिखाने में असमर्थ रहा व बंदूक़ की नोक पर ज़बरदस्ती एक मंदिर समेत बाजार को तोड़ दिया।