अमेरिका व ईरान के बीच संबंधों में एक बार फिर दरार आ रही है। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के साथ रिश्तों पर बयान दे चुके हैं कि ईरान के साथ अमेरिका जंग की दिशा में आगे नहीं बढ़ रहा है। इसी बीच ईरान ने बोला है कि वह आसानी से खाड़ी राष्ट्रों में अमेरिकी जहाजों को लक्ष्य बना सकता है।
हाल के दिनों में वॉशिंगटन व तेहरान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुँच गया है। ईरान के राजनयिक लगातार कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह से अमेरिकी प्रतिबंधों को रद्द किया जाए व परमाणु सौदे के मुद्दे में अमेरिका के विरोध को कम कराया जाए। ईरान व अमेरिका हाल के दिनों में एक दूसरे के विरोध में बेहद मुखर हो गए हैं। इसी सप्ताह ऑयल के चार टैंकरों हमला होने के बाद अमेरिका ने बगदाद से अपने कुछ राजनयिकों को वापस बुला लिया था।
मीडिया को दिए गए एक बयान में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के डिप्टी कमांडर सलेह जोकर ने बोला है कि, ‘हमारी कम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें भी अमेरिकी युद्धपोतों को खाड़ी के राष्ट्रों में बड़ी सरलता से लक्ष्य बना सकती हैं। ‘ उन्होंने बोला है कि, ‘अमेरिका एक नै जंग नहीं झेल सकता। सामाजिक व मानव संसाधनों के लिहाज से अमेरिका की हालत बुरी है।