बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज लेकर फरार हुए के प्रत्यर्पण मामले की अहम सुनवाई आज (10 दिसंबर) को है। इसके लिए रविवार को CBI वप्रवर्तन निदेशालय की संयुक्त टीम CBI के ज्वाइंट डायरेक्टर ए साई मनोहर के नेतृत्व में ब्रिटेन रवाना हो गई थी। माना जा रहा है कि न्यायालय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले में सोमवार को अपना निर्णय सुना सकता है। इससे हिंदुस्तान को बड़ी कामयाबी भी मिलने की आसार जताई जा रही है।
ब्रिटेन की न्यायालय में माल्या के प्रत्यर्पण के लिए हिंदुस्तान के विशेष अनुरोध पर सुनवाई होनी है। बता दें कि सुप्रीम न्यायालय ने कारोबारी विजय माल्या को भगोड़ा आर्थिक क्रिमिनल घोषित करने के लिए मुंबई की एक न्यायालय में चल रही कार्यवाही को चुनौती देने वाली उसकी याचिका पर 7 दिसंबर को को प्रवर्तन निदेशालय को नोटिस जारी किया था।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई व न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की पीठ ने विजय माल्या की याचिका पर नोटिस जारी किया लेकिन उसने मुंबई की धन शोधन मामले की रोकथाम संबंधी विशेष न्यायालय में चल रही कार्यवाही पर रोक लगाने से इंकार कर दिया।
प्रवर्तन निदेशालय ने विशेष न्यायालय से लंदन में रह रहे कारोबारी माल्या को भगोड़ा आर्थिक क्रिमिनल अधिनियम, 2018 के तहत भगोड़ा आर्थिक क्रिमिनल घोषित करने का अनुरोध किया है। इस कानून के तहत यदि किसी आदमी को भगोड़ा आर्थिक क्रिमिनल घोषित कर दिया गया तो उस पर मुकदमा चलाने वाली एजेन्सी को उसकी संपत्ति जब्त करने का अधिकार होता है।
वहीं भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को बोला कि उनके ब्रिटेन से हिंदुस्तान में प्रत्यर्पण के मामले में कानून अपना कार्य करेगा लेकिन मैं “जनता के पैसों” का 100 फीसदी भुगतान करने के लिये तैयार हूं।
माल्या प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन में कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने दावा कि नेताओं व मीडिया ने उन्हें गलत तरीके से “डिफॉल्टर” के रूप में पेश किया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “मैंने देखा है कि मेरे प्रत्यर्पण के निर्णय को लेकर मीडिया में कई चर्चाएं चल रही हैं। यह अलग मामला है व इसमें कानून अपना कार्य करेगा। ”
माल्या ने कहा, “जनता के पैसे सबसे महत्वपूर्ण वस्तु है व मैं 100 फीसदी पैसे वापस करने की पेशकश कर रहा हूं। मैं बैंकों व गवर्नमेंट से अनुरोध करता हूं कि वो इस पेशकश को स्वीकार करें। ” माल्या पर कई बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है। यह कर्ज उसकी कंपनी फिंगफिशर एयरलाइंस को दिया गया था। माल्या मार्च 2016 में राष्ट्र छोड़कर ब्रिटेन चले गये थे।