पाकिस्तान के पास विकसित वैक्सीन उद्योग नहीं है और अब अफसर काफी अधिक कीमतों पर वैक्सीन डोज प्राप्त करने की संभावना के साथ जूझ रहे हैं. मंगलवार (Tuesday) को इमरान खान ने वैक्सीन की जल्द खरीद के लिए कैबिनेट कमेटी को निर्देश दिए.
यह बात पाकिस्तान के नियामक प्राधिकरण ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग और चीन द्वारा संचालित चाइना नेशनल फार्मास्युटिकल ग्रुप द्वारा बनाए गए साइनोफार्म वैक्सीन को मंजूरी देने के कुछ दिनों बाद सामने आई.
दिसंबर की शुरुआत में, पाकिस्तान ने वैक्सीन को खरीदने के लिए 15 करोड़ डॉलर (Dollar) मंजूर किए थे. ताकि शुरुआत में आबादी के 5 प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन हो सके, इसमें फ्रंट लाइन वर्कर्स और 65 वर्ष आयु से अधिक के लोगों को शामिल किया जा सके.
इससे एक माह पहले ही बांग्लादेश के दवा निर्माता बेक्सिम्को फार्मा ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को कोवीशील्ड के 3 करोड़ डोज उपलब्ध कराने के संबंध में एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे. ये खुराकें भारत द्वारा बांग्लादेश को उपहार के तौर पर दी गईं 20 लाख खुराकों के अतिरिक्त होंगी.
आर्थिक रूप से बदहाल हो चुके पाकिस्तान के सामने कोविडरोधी वैक्सीन को खरीदने का भी संकट खड़ा है. प्रधानमंत्री इमरान खान के कोविड-19 (Covid-19) की वैक्सीन की खरीद में तेजी लाने के निर्देश के बाद पाकिस्तान कशमकश की स्थिति से गुजर रहा है.
वह कैसे लाखों लोगों के लिए वैक्सीन का इंतजाम करे. पड़ोसी देशों जैसे बांग्लादेश से कहीं उलट पाकिस्तान ने वैक्सीन खरीदने के लिए विदेशी वैक्सीन निर्माताओं को अग्रिम आदेश नहीं दिए.