आने वाले दिनों में धरती पर आ सकती है ये बड़ी आफत, जानिए अभी से नहीं तो…

यह ऐस्टरॉइड 430 मीटर का है. वायुमंडल में दाखिल होने के साथ ही आसमानी चट्टानें टूटकर जल जाती हैं और कभी-कभी उल्कापिंड की शक्ल में धरती से दिखाई देती हैं.

 

ज्यादा बड़ा आकार होने पर यह धरती को नुकसान पहुंचा सकते हैं लेकिन छोटे टुकड़ों से ज्यादा खतरा नहीं होता. वहीं, आमतौर पर ये सागरों में गिरते हैं क्योंकि धरती का ज्यादातर हिस्से पर पानी ही मौजूद है.

अगर किसी तेज रफ्तार स्पेस ऑब्जेक्ट के धरती से 46.5 लाख मील से करीब आने की संभावना होती है तो उसे स्पेस ऑर्गनाइजेशन्स खतरनाक मानते हैं.

नासा का सेंट्री सिस्टम ऐसे खतरों पर पहले से ही नजर रखता है. इसमें आने वाले 100 सालों के लिए फिलहाल 22 ऐसे ऐस्टरॉइड्स हैं जिनके पृथ्वी से टकराने की थोड़ी सी भी संभावना है.

इनके कारण धरती को किसी तरह के नुकसान की आशंका नहीं है. पहला ऐस्टरॉइड 2020पी 23 जनवरी यानी शनिवार (Saturday) को धरती से 43 लाख मील दूर से निकल जाएगा.

यह चौड़ाई में करीब 370 मीटर है और इसकी गति 18,700 मील प्रति घंटा रहने की संभावना है. वहीं, दूसरा ऐस्टरॉइड 2010 जेई87 है जो आने वाले सोमवार (Monday) यानी 25 जनवरी को धरती के करीब से गुजरेगा. इसकी दूरी 37 लाख मील होगी.

ब्रह्मांड़ में होने वाली खगोलीय घटनाओं को लेकर वैज्ञानिक सतत अनुसंधानरत रहते हैं. आने वाले दिनों में दो विशाल ऐस्टरॉइड धरती के करीब से गुजरने वाले हैं. ये दोनों अमेरिका की एंपायर स्टेट बिल्डिंग के बराबर हैं.

नासा के सेंटर फॉर नियर ऑब्जेक्ट स्टडीज के मुताबिक इस शनिवार (Saturday) को ये दोनों ऐस्टरॉइड्स सुरक्षित दूरी से निकल जाएंगे. ये दोनों ऐस्टरॉइड सुरक्षित दूरी से गुजर जाएंगे.