अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे से पहले ही तृणमूल कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तमाम कोशिशों के बावजूद पार्टी के विधायकों और नेताओं की नाराजगी दूर नहीं हो सकी है।
शुभेंदु अधिकारी के गढ़ माने जाने वाले पूर्वी मिदनापुर जिले से ताल्लुक रखने वाली टीएमसी विधायक बनासरी मैती ने भी टीएमसी से इस्तीफे का एलान कर दिया है। पार्टी के नेता शीलभद्र दत्ता ने भी बगावती तेवर अपना लिए हैं।
कोलकाता पहुंचते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की धरती को नमन किया है। अंग्रेजी और बांग्ला भाषा में किए गए अपने ट्वीट में उन्होंने कोलकाता पहुंचने की जानकारी देते हुए कहा कि मैं गुरुदेव टैगोर, ईश्वर चंद्र विद्यासागर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की श्रद्धेय धरती को प्रणाम करता हूं। शाह के दौरे के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त उत्साह दिखा और उनका स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर हजारों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।
टीएमसी के साथ ही माकपा में भी खलबली मच गई है और उसकी एक विधायक ने भी भाजपा में शामिल होने का एलान कर दिया है।तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाने वाले शुभेंदु अधिकारी सहित कई नेता इस दौरान भाजपा में शामिल होंगे।
माना जा रहा है कि टीएमसी के सात-आठ विधायक पार्टी को झटका देते हुए भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उनके अलावा कई पंचायत सदस्य और हजारों टीएमसी कार्यकर्ताओं के भी भाजपा में शामिल होने की संभावना है।
शाह पश्चिम बंगाल में भाजपा की चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार की रात राज्य के दौरे पर कोलकाता पहुंच गए हैं। शाह के इस दो दिवसीय दौरे के दौरान तृणमूल कांग्रेस को जबर्दस्त झटका लगेगा।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की घेरेबंदी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने भाजपा की ओर से मोर्चा संभाल लिया है। शाह जबर्दस्त मोर्चेबंदी के कारण ममता के किले में सेंध लग चुकी है और पार्टी में बगावत का दौर शुरू हो गया है।