बिना वैक्सीन कोरोना वायरस से लड़ रही दुनिया के लिए अभी इम्यूनिटी और एंटीबॉडीज ही उम्मीद की किरण हैं। लेकिन, कई हफ्तों से ‘हर्ड इम्यूनिटी’ पाने के नाम पर बहस चल रही है।
उसने सामूहिक प्रतिरोधकता के इस नए विचार या अवधारणा को खतरनाक बताया। ट्रेडोस एडहानोम गेब्रेयेसस ने बिना किसी देश का नाम लिए हुए कहा कि अगर कुछ देशों के सरकार ने निर्णायत्मक फैसले नहीं लिए तो कोरोना वायरस की स्थिति लगातार बिगड़ती जाएगी।
उन्होंने कहा, जिन भी देशों में कोरोना संक्रमण रोकने के प्रावधानों को ठीक से लागू नहीं किया गया है या लापरवाही बरती गई है…वहां अब बहुत ही खतरनाक तरीके से कोरोना संक्रमण हो रहा है।