वहीँ रजिस्ट्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि आशंका है कि विकास दुबे जैसे एनकाउंटर बाकी का भी हो सकता है। दूसरी याचिका एनजीओ पीपुल्स युनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयुसीएल) ने दायर की है।
पीयुसीएल ने इस एनकाउंटर की न्यायिक जांच की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि त्वरित न्याय के नाम पर पुलिस इस तरह कानून अपने हाथ में नहीं ले सकती है।
एक याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील अनूप प्रकाश अवस्थी ने दायर की है जिसमें 2 जुलाई को 8 पुलिस वालों की हत्या के मामले की भी जांच सीबीआई या एसआईटी से कराने की मांग की गई है।
अनूप अवस्थी का कहना है कि पुलिस, राजनेता और अपराधियों के गठजोड़ की तह तक पहुंचना ज़रूरी है। अनूप अवस्थी ने इसी मामले में पहले दाखिल अन्य याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की है।
विकास दुबे और उसके सहयोगियों के एनकाउन्टर का मामला शनिवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। विकास दुबे के एनकाउंटर की सीबीआई या एनआईए से जांच कराने की मांग करनेवाली दो याचिकाएं दायर की गई हैंं। सुप्रीम कोर्ट इन याचिकाओं पर 13 जुलाई को सुनवाई कर सकता है।