हाल ही में ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के विरूद्ध अमेरिकी सियासत गरमा सकती है। अमेरिका में इसकी सुगबुगाहट जारी हो गई है। जंहा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय के विरूद्ध अमेरिका के तीन शहरों में जिस तरह से प्रदर्शन हुआ उससे रिपब्लिकन पार्टी की चिंता बढ़ गई है। उनकी यह चिंता लाजमी है।
अमेरिका में 2020 में राष्ट्रपति चुनाव होना है, वहीं इस बात का पता चला है कि में डेमोक्रेट्स की नजर भी इस विरोध पर टिकी है। इराक में एयर सट्राइक ट्रंप अपने देश में कितना समर्थन पाते हैं यह तो वक्त बताएगा। लेकिन इतना तय है कि ट्रंप के इस निर्णय के विरोध अमेरिका में होना प्रारम्भ हो गया है।
अमेरिका के प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू: आपकी जानकारी के लिए हम आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि ईरानी सेना के कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के विरोध में अमेरिका में भी विरोध प्रारम्भ हो गया है। राष्ट्रपति ट्रंप के एयर स्ट्राइक के निर्णय के विरूद्ध प्रदर्शनकारियों ने वाशिंगटन में सड़कों पर प्रदर्शन किया। ट्रंप के इस फैसलों के विरूद्ध न्यूयॉर्क व शिकागों में भी प्रदर्शन हुए। अमेरिकी इराक में 3000 हजार से अधिक अमेरिकी सैनिकों को भेजने का विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में पोस्टर लिए थे जिसमें लिखा था कि अमेरिका किसी तरह के युद्ध के विरूद्ध हैं। उन्होंने संसार में शांति का संदेश दिया। इस विरोध प्रदर्शन हॉलीवुड अभिनेत्री जेन फोंडा शामिल थीं। जेन फोंडा पिछले वर्ष अमेरिका में जलवायु बदलाव के विरोध में लेकर सुर्खियों में रहीं। इस मुद्दे में उनको अरैस्ट भी किया गया था। 82 वर्षीय फोंडा ने बोला कि यहां के युवा लोगों को पता होना चाहिए कि आपके जन्म के बाद से सभी युद्ध लड़े गए हैं। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने बोला कि हम अब ज़िंदगी नहीं खो सकते हैं व लोगों को नहीं मार सकते हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप के सख्त हुए तेवर: वहीं यह भी बोला जा रहा है कि इस मुद्दे ट्रंप ने अपने सख्त तेवर दिखाते हुए बोला है कि अमेरिका के पास ईरान के 52 ठिकानों का पता है व यह सभी उसके निशाने पर हैं। ट्रंप ने बोला कि अगर ईरान अपने सैन्य कमांडर जनरल सुलेमानी की मृत्यु के बदला लेने के लिए अमेरिकी या अमेरिकी संपत्तियों पर हमला करेगा तो अमेरिका इस बात का जवाब देगा। उन्होंने ईरान के साथ तनाव कम करने को लेकर कोई बात नहीं की। वहीं ट्रंप ने बोला कि अमेरिका ने 52 ईरानी ठिकानों को टारगेट किया है।