7वीं बार भारत और चीन के बीच होने जा रहा ये , तैयार खड़ी सेना…

भारतीय सेना के एक टॉप अधिकारी के मुताबिक, चीन के साथ इस बातचीत का भी कोई हल नहीं निकलने वाला, क्योंकि पेंगोंग इलाके की अहम चोटियों पर भारतीय जवानों की मजबूत पकड़ के बाद चीनी सेना बौखलाई हुई है और वो चुप नहीं बैठेगी.

 

भारत सोमवार को चीन के साथ होने वाली उच्च-स्तरीय सैन्य वार्ता के सातवें दौर में पूर्वी लद्दाख में टकराव के बिंदुओं से चीन द्वारा सैनिकों की पूरी तरह से जल्द वापसी पर जोर देगा.

सूत्रों ने बताया कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत की ओर चुशूल में ये मीटिंग दोपहर 12 बजे शुरू होगी. इसका एजेंडा पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी के लिए एक रूपरेखा तैयार करना होगा.

भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर 5 महीने से चल रही तनातनी (India-China Standoff) खत्म करने के लिए आज कोर कमांडर्स एक बार फिर मिलने जा रहे हैं.

दोनों देशों के कोर कमांडर्स के बीच ये सातवीं बैठक है. पिछली मीटिंग में दोनों देश एलएसी पर और अधिक सैनिकों की तैनाती (India-China LAC Rift) ना करने के लिए तैयार हो गए थे, लेकिन इसके बावजूद टकराव की स्थिति अब भी बनी हुई है.

दोनों देशों के कोर कमांडर स्तर की सातवीं बैठक एलएसी पर भारत की तरफ चुशूल में होगी. इस मीटिंग में पहली बार चीन के विदेश मंत्रालय के सीनियर अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं. वहीं, भारत ने भी सीनियर डेप्लोमेट जॉइंट सेक्रेटरी (ईस्ट एशिया) नवीन श्रीवास्तव को लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह के साथ रहने को कहा है.