50 प्रतिशत चीनी नागरिकों को पंसद है ये, खबर सुनते ही मचा हडकंप, बड़ी संख्या में लोग देख रहे…

भारत और चीन के बीच पिछले कुछ महीनों से गतिरोध चल रहा है. ताजा विवाद गलवान घाटी से शुरू हुआ था. वहां 15 जून को हिंसक झड़प हुई थी जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे.

 

चीन ने साफ-साफ नहीं बताया लेकिन उसके करीब 40 जवान इस झड़प में मारे और घायल हुए थे. चीन अब भी बॉर्डर पर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अब वह गलवान से तो पीछे हट गया लेकिन पेंगोंग झील के आसपास सैनिक बढ़ा रहा है.

अब सर्वे में सरकारों पर सवाल वाला हिस्सा हटा दिया गया है. बाकी चीजों को जस का तस रखा गया है. सर्वे के मुताबिक, 70 प्रतिशत चीनी मानते हैं कि भारत में चीन विरोधी नारा बुलंद हो चुका है.

वहीं 30 प्रतिशत को अभी दोनों देशों के बीच रिश्तें सुधरने की उम्मीद है. सर्वे में 9 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो मानते हैं कि रिश्ते सुधर भी गए तो ज्यादा लंबे वक्त तक नहीं टिकेंगे. वहीं 25 प्रतिशत मानते हैं कि ऐसा नहीं है और दोनों देश साथ मिलकर काम करेंगे.

सर्वे में 30 प्रतिशत लोगों ने माना कि भारत और चीन के बीच तनाव की वह बॉर्डर है. वहीं 24 प्रतिशत इसके पीछे अमेरिका की साजिश मानते हैं.

भारत-चीन के बीच चल रहे बॉर्डर विवाद (India China Border Clash) के बीच पड़ोसी देश से एक बड़ी खबर आई है. पता चला है कि करीब 50 प्रतिशत से ज्यादा चीनी नागरिक अपने सरकार से ज्यादा भारत की मोदी सरकार से खुश हैं.

चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने यह सर्वे (Global Times Survey India) किया था. हालांकि, किरकरी होने के बाद उसने सर्वे को ही एडिट कर दिया और वह हिस्सा ही निकाल दिया. लेकिन उससे पहले बड़ी संख्या में लोग इसे देख चुके थे.