अंटार्कटिका में हुए विमान दुर्घटना में 257 लोगों की मौत, न्यूजीलैंड की PM ने मांगी माफी

 न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डेन ने 40 साल पहले अंटार्कटिका में हुए एक विमान दुर्घटना के मामले में तत्कालीन सरकार की तरफ से माफी मांगी है। उस हादसे में 257 लोगों की मौत हो गई थी। एयर न्यूजीलैंड की फ्लाइट 901 ऑकलैंड के दर्शनीय स्थलों की यात्रा पर 28 नवंबर 1979 को रवाना हुई थी। अमेरिकी अंटार्कटिक अनुसंधान बेस के मैकमर्डो स्टेशन के पास स्थित माउंट एरेबस ज्वालामुखी के किनारे यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

हादसे में 237 यात्रियों और चालक दल के 20 सदस्यों की मौत हो गई थी, जिसमें से अधिकांश न्यूजीलैंड के नागरिक थे। इसके साथ ही विमान में कुछ अमेरिकी, कनाडाई, जापानी और ऑस्ट्रेलियाई नागरिक भी सफर कर रहे थे। हादसे के बाद आरोप लगाया गया था कि हादसा पायलटों की लापरवाही की वजह से हुआ था। मगर, सार्वजनिक आक्रोश के बाद हादसे की जांच के लिए एक रॉयल कमीशन ऑफ इन्क्वायरी स्थापित की गई थी।

जांच में यह निष्कर्ष निकाला गया कि दुर्घटना का मुख्य कारण यह था कि सरकारी विमान कंपनी ने विमान के नेविगेशन सिस्टम की री-प्रोग्रामिंग की थी और इसके बारे में चालक दल को कोई जानकारी नहीं दी थी। आयोग के प्रमुख पूर्व न्यायमूर्ति पीटर महोन ने विवादास्पद रूप से यह भी कहा कि एयर न्यूजीलैंड के गवाहों ने झूठे सबूत देने की साजिश रची थी। लिहाजा, एयर न्यूजीलैंड और सरकार दोनों ने उनकी रिपोर्ट की आलोचना की थी। प्रधानमंत्री अर्डेन ने गुरुवार को ऑकलैंड के गवर्नमेंट हाउस में एक स्मारक सेवा में कहा- तत्कालीन सरकार और एयरलाइन की कार्रवाइयों ने पीड़ितों के परिवारों को अधिक पीड़ा और दुख पहुंचाया था।

अर्डेन ने अपने बयान में कहा- घटना के 40 साल बाद आज की सरकार की ओर से एयरलाइन के कार्यों के लिए माफी मांगने का समय आ गया है, जिसकी वजह से अंततः विमान को नुकसान हुआ और आपके अपने प्यारे परिजनों को खोया था। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के लिए पायलट जिम्मेदार नहीं थे, और मैं आज फिर से यह बताने के लिए यहां खड़ी हूं।

आर्डेन ने स्वीकार किया कि रॉयल कमीशन के निष्कर्षों को तत्कालीन सरकार ने स्वीकार नहीं किया था। इस रिपोर्ट को 20 साल बाद संसद में पेश किया गया था। साल 2009 में एयर न्यूजीलैंड ने दुर्घटना के बाद एयरलाइन द्वारा की गई गलतियों के लिए पीड़ितों के परिवारों से माफी मांगी थी। गुरुवार को एयर न्यूजीलैंड की चेयरमैन थेरेसी वाल्श ने भी घटना पर खेद व्यक्त किया।