पथरी के लिए वरदान है दूब घास ऐसे करे इसका सेवन

आज हम आपको दूब घास के बारे में बताने जा रहे हैं, दूब ऐसी घास है जो हमारे आसपास सबसे ज्यादा पाई जाती है, लेकिन अक्सर जानकारी के आभाव में हम इसे उखाड़ कर फेंक देते हैं, लेकिन यह हमारे स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नही है, तो चलिए जान लेते हैं दूब घास के फायदों के बारे में।
अगर आँखों में जलन और दर्द हो रहा हो तो, दूब की पत्तियों को पीसकर दो छोटी छोटी चपटी गोलियां बनाइए और उन्हें आँखों की पलकों पर रखिये, इससे आँखों के दर्द और जलन में राहत मिलती है।
तिल के तेल में दूब का रस मिलकर प्रभावित स्थान पर मालिश करने से खुजली ठीक जाती है, 250 मिली तिल के तेल में 60 मिली दूब का रस मिलाकर आग पर पका लें, ठंडा होने पर छानकर रख लें, इससे मालिश करने पर शरीर का कोई भी चर्मरोग ठीक हो जाता है।
दूब को जड़ सहित उखाड़कर इसकी पत्तीयाँ तोड़कर अलग कर लें और इसके डंठल को पानी से धोकर पीसकर छान लें, और लगभग 1 गिलास तक रस तैयार कर लें, और स्वाद के अनुसार इसमें मिश्री मिलाकर पी लें, इससे पथरी में राहत मिलती है।