यहां बीवी के प्रेगनेंट होने पर पति कर लेता है दूसरी शादी, वजह जानकर उड़े लोगो के होश

सरकारी आंकड़ों की बात करें तो  2011 के जनसंख्या गणना के आंकड़ों के अनुसार, देरासर की आबादी 596 है, जिनमे से 309 पुरुष हैं और 287 महिलाएं हैं।

 

चौंकाने वाला सच ये भी है, कि हमारे देश में जहां तमाम कुरीतियां खत्म हो गई हैं, लेकिन कुछ इलाके ऐसे हैं जहां ये प्रथा चली आ रही हैं। इन इलाकों में ऐसा रिवाज है कि जहां हर शादी-शुदा लड़के का पिता बनने से पहले दूसरी शादी करने की प्रथा प्रचलित है।

गर्भवती होने के बाद औरतों के लिए पानी लाना आसान नहीं होता। साथ ही घर की जिम्मेदारी उठाने और पानी लाने के लिए पत्नी के गर्भवती होते ही। पति दूसरी पत्नी ब्याह लाता है। ताकि पानी लाने की ज़िम्मेदारी नई पत्नी को ऊपर आ जाए। साथ ही पहली पत्नी का ख्याल रखे।

चौंकाने वाला सच ये भी है, कि हमारे देश में जहां तमाम कुरीतियां खत्म हो गई हैं, लेकिन कुछ इलाके ऐसे हैं जहां ये प्रथा चली आ रही हैं। इन इलाकों में ऐसा रिवाज है कि जहां हर शादी-शुदा लड़के का पिता बनने से पहले दूसरी शादी करने की प्रथा प्रचलित है।

सबसे पहले इसकी शुरुआत राजस्थान के बाड़मेर ज़िले में देरासर नाम के गांव में हुई थी। दरअसल यहां पानी की इतनी किल्लत है कि घर की औरतों को तपती गर्मी या भयंकर सर्दी  में कई मीलों तक पानी की खोज में भटकना पड़ता है।

पानी खोजने का ये सफर दौर औरतों के लिए आसान नहीं होता। बचपन से ही लड़कियों को पानी ढ़ो कर लाने की बकायदा ट्रेनिंग दी जाती है। जो इसमें परफेक्ट हो गई उसकी शादी इसी काबलियत के मुताबिक तय कर दी जाती है। लड़कियों को कुछ ही सालों में दो-तीन घड़े ढो कर लाना सिखाया जाता है।

ये सुनकर तो आप भी जरूर चौंक गए होंगे, कि कोई अपनी गर्भवती पत्नी को छोड़कर दूसरी शादी के बारे में कैसे सोच सकता है? आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि राजस्थान के कुछ इलाकों ऐसे भी हैं, जहां बहू गर्भवती होती है.

तो पति दूसरी शादी कर लेता है। यहां तक तो ठीक है, लेकिन दुख की बात ये हैं कि उन लड़कियों को भी शादी के पहले दिन से यह पता होता है कि ये दिन जरूर आएगा, जब उनकी सौतन आ जाएगी।