180 किमी से भी तेज दौड़ी Train 18

देश की पहली बिना इंजन वाली ट्रेन, ‘Train 18’ पहले ही कई रिकॉर्ड बना चुकी है। वहीं अब 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को पार कर उसने एक और रिकॉर्ड सेट कर दिया। ट्रेन 18 का इन दिनों अलग-अलग ट्रायल चल रहा है और अपने ट्रायल में ट्रेन 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ज्यादा की स्पीड से दौड़ी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। एक वीडियो पोस्ट कर उन्होंने लिखा ‘जोर स्पीड का झटका धीरे से लगा।’

पीयूष गोयल ने ट्वीट किया ट्रायल का वीडियो

देश की सबसे तेज ‘ट्रेन 18’ का सफल ट्रायल जारी है। हाल ही में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इसके ट्रायल का वीडियो पोस्ट कर बताया कि ट्रेन ने अपनी 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को भी पार कर लिया। इस वीडियो में ट्रेन अपनी पूरी रफ्तार में चल रही है और टेबल पर रखीं दो पानी की बोतलें ऐसे ही रखी रहती हैं। वीडियो के साथ रेल मंत्री ने लिखा, ‘जोर स्पीड का झटका धीरे से लगा। ट्रायल के दौरान ट्रेन 18 अपनी 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को पार कर गई।’

‘गुणवत्ता का प्रमाणपत्र है बोतलों की स्थिरता’

गोयल ने कहा कि इस गति पर पानी की बोतलों की स्थिरता कारीगरी और इंजीनियरों के डिजाइन की गुणवत्ता के लिए प्रमाण पत्र है। ट्रेन 18 भारत की सबसे तेजी से चलने वाली ट्रेन है जो आने वाले समय में शताब्दी ट्रेनों की जगह लेगी। ट्रेन 18 अपना पहला सफर दिल्ली से भोपाल के बीच तय करेगी। इस निर्माण मेक इन इंडिया के तहत इंटिग्रल कोच फैक्टरी चेन्नई कर रही है। इस ट्रेन की खास बात ये है कि इसे दौड़ने के लिए इंजन की जरूरत नहीं होगी। ये ट्रेन मेट्रो ट्रेनों की तरह इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर सेल्फ-प्रोपेल्ड चलेंगी।

ट्रेन 18 में यात्रियों को मिलेगी ये सुविधाएं

ये पूरी ट्रेन एसी चेयर कार होगी, जिसमें आम यात्रियों के लिए आरामदायक कुर्सियां और दिव्यांगों के लिए एक कोच में अलग से व्यवस्था की गई है। इस सेमी हाई-स्पीड ट्रेन में ऑटोमैटिक स्लाइडिंग दरवाजे और सीढ़ियां होंगी। यात्रियों के मनोरंज के लिए वाई-फाई और इंफोटेनमेंट की सुविधा भी दी गई है। इसके अलावा जीपीएस, बायो-वैक्यूम सिस्टम के साथ मॉड्यूलर टॉयलेट और ग्लास विंडो ट्रेन में दिया गया है।