109 घंटे बाद बोरवेल से निकाले गए फतेहवीर सिंह की मृत्यु पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा ये…

109 घंटे बाद 150 फीट गहरे बोरवेल से निकाले गए दो वर्ष के मासूम बच्चे फतेहवीर सिंह की मृत्यु पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्विटर हैंडल से लिखा है है.
मुख्यमंत्री ने फतेहवीर की मृत्यु पर दुख जाहिर किया  मां-बाप को सांत्वना दी. उन्होंने लिखा कि बच्चे की मृत्यु से मैं बहुत दुखी हूं. मैं वाहेगुरु से प्रार्थना करता हूं कि वह दुख की इस घड़ी में बच्चे को मां-बाप को हौसला दें. मैं, मेरा परिवार  मेरे सभी मंत्री-विधायक पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं, हर संभव मदद की जाएगी. मुख्यमंत्री ने लिखा कि भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके लिए प्रदेश भर में खुले पड़े बोरवेल बंद कराने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. सभी जिलों में ऑफिसर बोरवेल बंद करवाकर रिपोर्ट सौंपेगें.

गौरतलब है कि 6 जून दिन वीरवार से बोरवेल में गिरे फतेहवीर सिंह को 109 घंटे बाद उसे उसी बोरवेल से निकाला गया, जिसमें वह गिरा था. लेकिन फतेहवीर जिंदगी की जंग पराजयगया. गांव के ही एक युवक ने उसे बाहर निकाला. ऐसे में न एनडीआरएफ की कारगुजारी कार्य आई  न ही कोई तकनीक, मशीन. बताया जा रहा है कि जिस बोर में फतेह फंसा था, उससे दुर्गंध आ रही थी. लोगों को  मीडिया को बोरवेल तक जाने नहीं दिया जा रहा है.

जैसे ही फतेहवीर को निकाला गया, तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. फतेहवीर के मां-बाप को भी पहले ही अस्पताल भेज दिया गया था. वहां बच्चे को प्राथमिक इलाज दिया गया, फिर पीजीआई चंडीगढ़ ले जाया गया. ढाई घंटे के सफर के बाद बच्चा पीजीआई पहुंचा, जहां उसकी मृत्यु हो गई. लोग फतेह को निकालने में हुई देरी, एनडीआरएफ की कार्यप्रणाली  प्रशासन की कारगुजारी पर लोग सवाल उठा रहे हैं.

फतेहवीर को निकालने के लिए पांच दिन चले ऑपरेशन को देखकर लोग भड़क गए  उन्होंने हाईवे जाम कर दिया है. लोगों का बोलना है कि बच्चे को बचाने के लिए बोरवेल के समांतर एक दूसरा बोरवेल खोदा गया था  उसमें कंक्रीट के बने 36 इंच व्यास के पाइप डाले गए थे. रविवार आधी रात तक सौ फुट गहरी सुरंग खोद दी गई थी, लेकिन इसे जब बोरवेल से मिलाया गया तो इसकी दिशा गलत हो गई.

सोमवार प्रातः काल इसे बोर से मिलाने का कार्य प्रारम्भ किया गया, लेकिन इसका मिलान जमीन के अंदर बने एक दूसरे बोरवेल से हो गया. यह देखकर लोग भड़क गए  उन्होंने एनडीआरएफ की टीम पर सवाल उठाने प्रारम्भ कर दिए. इसके बार नए सिर से कार्य प्रारम्भ हुआ, लेकिन नयी सुरंग की गहराई पुराने बोर से ज्यादा हो गई. सोमवार शाम पांच बजे पुराने बोर का निचला भाग मिलने का दावा किया गया, लेकिन फतेह को निकालने की जद्दोजहद रात तक जारी रही.