हिंदुस्तान में अब नहीं होगा अफगानिस्तान का टी-20 लीग, जानिए ये है वजह

बोर्ड ऑफ कंट्रोल फॉर क्रिकेट इन इंडिया (BCCI) ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) के हिंदुस्तान में टी-20 लीग करने के निवेदन को अस्वीकार कर दिया. BCCI ने अफगानिस्तान क्रिकेट को बढ़ावा देने में अहम सहयोग दिया है  ऐसा कम ही होता है जब ACB के किसी निवेदन को अस्वीकार कर दिया जाए.

BCCI के एक ऑफिसर ने मंगलवार को पीटीआई से कहा, ‘ACB ने हम से हिंदुस्तान में लीग कराने का आग्रह किया था लेकिन हमारी अपनी लीग (IPL) है, ऐसे में उनका निवेदन स्वीकार करना ठीक नहीं होगा.

ACB अधिकारियों ने मुंबई में 16 मई को BCCI सीईओ राहुल जौहरी  महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से मुलाकात के दौरान यह मामला उठाया था. ACB के मुख्य कार्यकारी ऑफिसर असदुल्ला खान ने देहरादून  ग्रेटर नोएडा के बाद हिंदुस्तान में तीसरे घरेलू मैदान की मांग की जिस पर BCCI को कोई असहमति नहीं है. ऐसे में हिंदुस्तान में लखनऊ टीम का तीसरा घरेलू मैदान होने कि सम्भावना है.

खान ने कहा, ‘देहरादून में पांच सितारा होटल नहीं है, ऐसे में टीमों की मेजबानी करना एक समस्या है. हम चाहेंगे कि लखनऊ में हमें मैदान मिले.

अफगान प्रीमियर लीग के पहले सत्र का आयोजन शारजाह में पांच से 21 अक्टूबर 2018 तक किया गया था. इसमें पांच टीमों ने भाग लिया था जिसमें मोहम्मद नबी की कप्तानी वाली बाल्ख लीजेंड ने खिताब जीता था.

इस टूर्नामेंट में क्रिस गेल, ब्रेंडन मैकुलम, बेन कटिंग, शाहिद अफरीदी, कोलिन इनग्राम  कोलिन मुनरो जैसे विदेशी खिलाड़ियों ने भाग लिया था. इसके साथ ही BCCI ने रणजी की 10 बड़ी टीम के साथ सहयोगी सदस्यों के तौर पर अफगानिस्तान के कोचों को जोड़ने के ACB के अनुरोध को मान लिया. खान ने कहा, ‘हमारे कोचों के लिए यह सीखने का शानदार मौका होगा.