सर्जिक‍ल स्ट्राइक पर पीएम मोदी ने पहली बार खोले ये राज

 साल बदलते ही 2019 की पहली तारीख को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर उठाए जाने वाले सवालों का जवाब बेबाकी से दिया। पीएम ने बताया कि कैसे वो सारे अभियान की खुद मॉनिटरिंग कर रहे थे।

चुनावी साल के पहले दिन पीएम मोदी मास्टक स्ट्रोक खेला। मोदी ने पहली बार मिलिटरी ऐक्शन की जानकारियों का खुलासा किया। मोदी ने बताया कि कमांडोज की सुरक्षा को देखते हुए दो बार सर्जिकल स्ट्राइक की तारीखों को बदला गया था। मोदी ने बताया कि कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के 20 जवानों की हत्या के बाद सुरक्षाबलों में काफी गुस्सा था। सेना के कई जवानों को जिंदा जला दिया गया था, इसकी वजह से देश काफी गुस्से में था और इसी वजह से सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई गई।

मोदी ने बताया कि सेना को साफ निर्देश दिए गए थे कि सूर्योदय से पहले वापस लौटना है, वो नहीं चाहते थे कि ऑपरेशन के दौरान कोई भी सैनिक शहीद हो, इसके लिए साफ तौर पर निर्देश थे कि यदि वह असफल भी होते हैं तो वे सूर्योदय से पहले वापस लौट आएं। पीएम मोदी ने इस बात का भी जिक्र किया कि इस खतरनाक ऑपरेशन पर उन्होंने रात भर नजर रखी और पल-पल की जानकारी हासिल करते रहे। मोदी के मुताबिक ये एक बड़ा रिस्क था, लेकिन उन्हें किसी भी पॉलिटिकल रिस्क की चिंता कभी नहीं रही वो बस सैनिकों की सुरक्षा को लेकर फ्रिकमंद थे।

पीएम मोदी ने बताया कि तब हालत ज्यादा चिंताजनक हो गई जब सुबह के वक्त में एक घंटे के लिए कमांडोज की जानकारी मिलना बंद हो गई। सूरज के निकलने के बाद एक घंटा बीत चुका था, वो सबके लिए बहुत मुश्किल वक्त था। तभी खबर मिली की वे अभी वापस नहीं लौटे हैं, लेकिन दो-तीन यूनिट्स सुरक्षित जगहों पर पहुंच गई थीं तो घबराने की जरूरत नहीं है। इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जवानों का हौसला बरकरार रखने के लिए पाकिस्तान के साथ इस अंदाज में बातचीत जरूरी थी और देश को इस बारे में सूचना मिलने से पहले ही पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक की चर्चा शुरू कर दी थी।

सर्जिकल स्ट्राइक पर वाहवाही लूटने पर भी मोदी ने अपने अंदाज में जवाब दिया। जिस तरह से सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठे मोदी ने उसे भी गलत बताया। इंटरव्यू में मोदी ने विपक्ष के सारे सवालों का जवाब दिया। मोदी ने कहा कि जो लोग आर्मी एक्शन पर सवाल खड़े कर रहे थे, वो गलत था, उन्हें इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी सीमा पार से आतंकवाद और घुसपैठ जारी है। इस पर मोदी ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर खुले मंच पर बात नहीं करनी चाहिए, लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि अगर हम ये सोचते हैं कि एक हमले से पाकिस्तान सुधर जाएगा तो ये बहुत बड़ी गलती होगी। पाकिस्तान को सुधरने में अभी और समय लगेगा।

सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के 21 महीने बाद हमले का वीडियो जारी किया था। सेना ने इस वीडियो के जरिए सभी सवाल उठाने वालों के मुंह बंद करा दिए थे, हालांकि पाकिस्तान आज भी भारतीय सेना के किसी भी हमले से इनकार करता आ रहा है।